नई दिल्ली : पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के एक और झूठ का पर्दाफाश हुआ है। हाल ही में उसने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के लापता होने की बात कही थी। लेकिन भारतीय एजेंसियों ने बताया है कि वह पाकिस्तान के बहावलपुर मुख्यालय के रेलवे लिंक रोड पर कड़ी सुरक्षा के बीच छिपकर रह रहा है। इसके साथ ही पकिस्तान के खिलाफ दो तरफा कार्रवाई होने की आशंका जताई जा रही है। पहला एफएटीएफ का आर्थिक प्रतिबंध और दूसरा यूनाइटेड नेशंस में भारत की आतंकी वित्त-पोषण को लेकर आतंकिस्तान पर चढ़ाई।
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने ढूंढा आतंकी मसूद का पता
भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, मसूद अजहर बहावलपुर शहर मुख्यालय के रेलवे लिंक रोड पर कड़ी सरकारी सुरक्षा के बीच छिपा बैठा है। इसके साथ ही आतंकी अजहर के अन्य 3 ठिकानों का भी पता चला है जो उसी प्रांत में हैं। यह बहावलपुर के कैसर कॉलोनी, खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू में मदरसा बिलाल हब्शी और लक्की मारवत का मदरसा मस्जिद-ए-लुकमान में स्थित हैं।
भारत में कई आतंकी घटनाओं का मास्टरमाइंड है अजहर
एक रिपोर्ट के अनुसार, जैश द्वारा पिछले साल फरवरी में पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद भारत ने पाकिस्तान को डोजियर सौंप दिया था, जिसके तहत साल 2016 में पठानकोट एयरबेस पर किए गए जैश के हमले की जांच के दौरान मिले मोबाइल नंबरों में से एक तार सीधे बहावलपुर आतंकी फैक्ट्री से जुड़ा मिला था। मालूम हो कि अजहर भारत में हुए कई आतंकी घटनाओं का मास्टरमाइंड है। गुप्त सूत्रों ने बताया कि अजहर का स्वास्थ्य खराब होने की वजह से उसके भाई अब्दुल रौफ ने उसकी आतंकी संगठन जैश की जिम्मेदारी ली है।