
रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के युवाओं से संसदीय परंपरा और व्यवस्था सीखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इससे देश में लोकंतंत्र और मजबूत होगा। मुख्यमंत्री झारखंड विधानसभा में पहली बार आयोजित छात्र संसद में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। दो दिन तक चलने वाले इस छात्र संसद का उद्घाटन शनिवार को किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के प्रयास से यह आयोजन हो रहा है। इसे सफल बनाने के लिए राज्य के विश्वविद्यालयों के 24 छात्र-छात्राएं यहां पहुंचे हैं। छात्र संसद का विषय महत्वपूर्ण है। विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की बेहतर जानकारी होना सभी के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने कहा कि संसद एवं विधानसभा द्वारा राज्य तथा देश को दिशा दी जाती है। समाज के विकास के लिए यहीं से कानून बनते हैं और इसी रास्ते से विकास का पहिया बढ़ता है। उन्होंने कहा कि कई मुद्दों पर लोगों के अपने विचार होते हैं यहीं कारण है कि सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों सक्रिय रहते हैं। दोनों ही पक्ष राज्य को नई दिशा देने का काम करते हैं। सीएम ने मौके पर मौजूद छात्रों से कहा कि आप सदन की स्वस्थ परंपरा को गढ़ने का प्रयास करेंगे जो युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगी। सामाजिक परिवर्तन युवाओं के माध्यम से ही संभव है। आज कई क्षेत्रों में युवाओं ने अपने-अपने क्षमता के अनुरूप राज्य और देश का नाम रोशन किए हैं तथा लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बने हैं।