कोलकाताः मधुमेह, शुगर की बीमारी या डायबीटीज एक तेजी से फैलता और गंभीर रोग है। दुर्भाग्यवश डायबिटीज का कोई स्थायी इलाज भी नहीं है। हालांकि इसे कंट्रोल रखकर सामान्य जीवन जी सकते हैं। डॉक्टर और एक्सपर्ट्स डायबिटीज के मरीजों को हेल्दी डाइट और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने की की सलाह देते हैं क्योंकि यही दो तरीके डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सबसे ज्यादा प्रभावी हैं।
डायबिटीज होने पर मरीज का ब्लड शुगर बढ़ने लगता है जिसे कंट्रोल रखना जरूरी है। इसके बढ़ने से ज्यादा प्यास लगना, पेशाब ज्यादा अना, धुंधला दिखना, वजन घटना जैसी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। डायबिटीज कंट्रोल करने की कई दवाएं मौजूद हैं लेकिन आप कुछ आसान तरीके आजमाकर इस पर काबू पा सकते हैं।
सुस्त जीवनशैली से कर लें तौबा
डायबिटीज के मरीजों को रोजाना 40 मिनट की गति (चलना/साइकिल चलाना/कार्डियो/योग) और 20 मिनट सांस लेना (प्राणायाम) अनिवार्य है। यदि आप डायबिटीज को रोकना या मैनेज करना चाहते हैं, तो सक्रिय रहना अनिवार्य है। इससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और शरीर की प्रत्येक कोशिका को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलता है, लीवर डिटॉक्स होता है और इंसुलिन के उचित स्राव में मदद मिलती है।
खाने की इन चीजों से बचें
सफेद चीनी, मैदा (प्रोसेस्ड फूड), दही और ग्लूटेन जैसे गेहूं और गेहूं से बनी चीजों से दूर रहें। इसके बजाय फलो-सब्जियों का अधिक सेवन करें। गाय के दूध और घी को भी कम मात्रा लें। ज्वार, रागी, अमरनाथ और बाजरा जैसी चीजों का सेवन करें।
रात का खाना देर से खाना
जल्दी रात का खाना आपके ब्लड शुगर लेवल को कम करने और कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के जोखिम को कम करने के सबसे आसान तरीकों में से एक है। यदि संभव हो तो सूर्यास्त से पहले रात का भोजन कर लें। रात का भोजन 8 बजे से पहले करना सबसे अच्छा है।
खाने के तुरंत बाद न सोएं
हाई ब्लड शुगर वाले लोगों के लिए दिन में सोना सख्त मना है। दिन की नींद से शरीर में कफ दोष बढ़ जाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। रात में भी- रात के खाने के 3-4 घंटे बाद सोने का सुझाव दिया जाता है। एक स्वस्थ दिनचर्या का पालन नहीं करना और पूरी तरह से डायबिटीज की दवओं पर निर्भर रहना आपके लीवर और किडनी को कम उम्र में नुकसान पहुंचा सकता है।