हिंदू शास्त्र में गेंदा फूल का है बड़ा महत्व, भगवान को ऐसे अर्पित करेंगे तो पूरी होगी मनोकामना!

कोलकाता : हिंदू शास्त्रों में गेंदों की फूलों की अहम भूमिका बताई गई है। गेंदों के फूलों को पूजा-पाठ से लेकर शादी विवाह कलश स्थापना, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्यों में प्रयोग किया जाता है। शास्त्रों के मुताबिक फूलों से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, अलग-अलग भगवान के लिए अलग-अलग फूलों का प्रयोग किया जाता है।
अगर बात करें हिंदू शास्त्रों की तो हर फूल की अपनी अलग ही महत्व है, जैसे लाल पुष्प (गुड़हल) मां दुर्गा को समर्पित है। सफेद पुष्प भगवान शिव को। पीला फूल भगवान विष्णु को पसंद है। गेंदा का फूल पीले रंग होने की वजह से बहुत मनमोहक तथा आकर्षक होता है, इसलिए शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि गेंदे के फूलों को अर्पित करने से ज्ञान बुद्धि विद्या और धन संपत्ति का लाभ होता है।
संतान सुख की प्राप्ति

  • धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो प्रतिदिन भगवान विष्णु को गेंदा का फूल अर्पित करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश की पूजा में भी गेंदे के फूलों का प्रयोग किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो गेंदे के फूलों के हर पंखुड़ियां में अलग-अलग भगवान का निवास होता है। यही वजह है कि हिंदू धर्म में गेंदे के फूलों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
  • यह भगवान विष्णु की पूजा में प्रयोग किया जाता है। यह पौधा भारत की जलवायु में बहुत ही आसानी से हर जगह पाया जाता है। इसलिए इस फूल की पहचान किसी का मोहताज नहीं। इस फूल को भगवान विष्णु को अर्पित करते हैं। भगवान विष्णु गुरु का प्रतीक है इसलिए शास्त्रों के द्वारा ऐसा माना जाता है कि गेंदे के फूलों को अर्पित करने से ज्ञान बुद्धि विद्या और धन संपत्ति का लाभ होता है।
  • अलग-अलग भगवान का निवास
    धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो प्रतिदिन भगवान विष्णु को अर्पित करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। भगवान गणेश की पूजा में भी गेंदे के फूलों का प्रयोग किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो गेंदे के फूलों में पंखुड़ियां में अलग-अलग भगवान का निवास होता है। यही वजह है कि हिंदू धर्म में गेंदे के फूलों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
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