रांची: फिजिकल कोर्ट की मांग को लेकर वकीलों की मांग अब आंदोलन का रूप ले चुका है। रांची सिविल कोर्ट के कई अधिवक्ताओं ने कोर्ट के मुख्य गेट के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान वर्चुअल कोर्ट की व्यवस्था में बदलाव की मांग की गई और वकीलों ने जिला बार एसोसिएशन पर इस मुद्दे में वकीलों का खुलकर साथ नहीं देने का आरोप लगाया। रांची जिला बार एसोसिएशन द्वारा अध्यक्ष के नाम मंगलवार एक संदेश जारी कर कहा गया था कि बुधवार को होने वाला विरोध एसोसिएशन का कार्यक्रम नहीं है। इसके बावजूद कई वकीलों ने फिजिकल कोर्ट की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की।
रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि वर्चुअल कोर्ट वैकल्पिक व्यवस्था है। पिछले लगभग 8 महीनों से रांची समेत पूरे राज्य में कोर्ट की कार्यवाही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चल रही है। वहीं, अधिवक्ता अशोक मिश्रा का कहना है कि ऑनलाइन व्यवस्था में सभी वकीलों का काम नहीं हो रहा है। मौजूदा व्यवस्था को बदलकर कोर्ट को वापस फिजिकल किया जाए। दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में रेगुलर कोर्ट शुरू कर दिया गया है लेकिन रांची में अभी भी वर्चुअल कोर्ट ही चल रहा है।