कोलकाताः वेट लॉस आजकल एक ट्रेंड है, जिसके लिए लोग कई तरह के लेटेस्ट ट्रिक्स तक आजमाते हैं। इन ट्रिक्स में महंगे डाइट प्लान और तरह-तरह के वर्कआउट टिप्स को फॉलो करना कॉमन है। वैसे कुछ ऐसे आइडियाज भी हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं और ये काफी कारगर भी होते हैं। यहां हम बात कर रहे हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग, जिसे फॉलो करने के तरीके में ज्यादातर लोग कंफ्यूज रहते हैं। फास्टिंग का ये तरीका वेट लॉस में बेस्ट माना जाता है और इस पर की गई स्टडी बताती है कि इससे वजन घटाने वालों को हफ्ते भर में फर्क नजर आने लगता है। जानें इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है, ये किस तरह का काम करती है और ये कितने टाइप की होती है।
जानें क्या है Intermittent Fasting, इससे हफ्ते भर में होने लगेगा वेट लॉस !
क्या होती है Intermittent Fasting?
इस तरह का रूटीन आपके खाने के तरीके के बजाय आप किस समय खाते हैं और कितनी देर भूखे रहते हैं, इस पर डिपेंड होता है। फास्टिंग यानी भूखा रहने के इस तरीके में टाइम पीरियड का अहम रोल होता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इस तरह के फास्टिंग रूटीन को लोग दिन के अलावा हफ्तों के हिसाब से भी फॉलो करते हैं। दरअसल, इसमें हमारे शरीर में इंसुलिन लेवल डाउन हो जाता है और फैट बर्न होने लगता है। सीधे शब्दों में एक इंसान फूड को खाने से बचना है, फिर इंसुलिन लेवल डाउन होता है और फैट बर्न होने लगता है।
कितने टाइप की होती है Intermittent Fasting
द 16/8 मेथड: इंटरमिटेंट फास्टिंग के इस मेथड में एक व्यक्ति दिन में 16 घंटे भूखा रहता है और वह बचे हुए 8 घंटों में लिमिटेड तरीके से फूड कंज्यूम करता है।
द 5:2 डाइट: इस मेथड में एक पर्सन हफ्ते के 5 दिन नॉर्मल चीजों का सेवन करते हैं, लेकिन वीक के दो दिन वह लो कैलोरी फूड का रूटीन फॉलो करता है। वह कोशिश करता है कि दो दिन 500 से 600 कैलोरी का इनटेक किया जाए।
इट स्टॉप इट मेथड: इसमें वीक में एक या दो बार 24 घंटे की फास्टिंग होती है। एक दिन के खाने से लेकर दूसरे दिन के खाने तक की फास्टिंग 24 घंटे की फास्टिंग के बराबर है।
अल्टरनेट फास्टिंग: इस मेथड में वेट लॉस करने वाला पर्सन वीक में एक दिन फास्टिंग रखता है और अगले दिन फूड का रूटीन फॉलो करता है, जिस दिन वह खाना खाता है, उस दिन 500 कैलोरी का इनटेक करने की सलाह दी जाती है।