मनुष्य जीवन के अंतिम पड़ाव तक सेहतमंद रहना चाहता है पर उसके लिए अपने खान-पान पर नियंत्रण रखना अति आवश्यक होता है। यदि हम स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त रहना चाहते हैं तो हमें नये साल में स्वयं से कुछ वायदे करने होंगे और उनको सख्ती से निभाने का प्रयास करना होगा। यदि हम अपने वायदों पर अडिग बने रहेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। बस जरूरत है अपनी जीवन शैली और दिनचर्या को बदलने की।
– प्रतिदिन कुछ समय सैर और व्यायाम हेतु अवश्य निकालें।
– दिन में तीन मुख्य आहार का सेवन समय पर करें। इस बात का ध्यान रखें कि भोजन संतुलित और पौष्टिक होना चाहिए।
– भूख लगने पर ही भोजन का सेवन करें।
– शीतल पेय की जगह अधिक से अधिक नींबू पानी या ताजे फलों का रस पियें।
– खाना खाते समय अधिक बातें, टी.वी. देखना और किताबें नहीं पढ़नी चाहिए।
– खाने की मेज पर अचार, पापड़, मक्खन, सॉस व चीज़ न रखें। आवश्यकता होने पर थोड़ी मात्रा में निकाल कर रखें।
– अपने भोजन में नमक, चीनी और मसालों का सेवन कम से कम करें।
– ऊपरी मंजिल जाने हेतु लिफ्ट की बजाए सीढ़ियों का प्रयोग करें।
– भोजन धीरे धीरे चबा कर मजा लेते हुए खायें। जल्दी में भोजन न खायें।
– क्रेश डायटिंग के स्थान पर तले भोजन और फास्ट फूड को त्यागें।
– थोड़ी दूरी पर जाने हेतु रिक्शा पर निर्भर न रहें। पैदल उस स्थान पर जाने का प्रयास करें।
– शाम के हैवी स्नैक्स के स्थान पर, अंकुरित दालें, घर पर बनें फैटलेस नमकीन बना कर खायें और खिलाएं।
– सुबह चाय की जगह गुनगुने पानी में नींबू, शहद मिला कर पियें जो स्वादिष्ट भी होगा और स्वास्थ्य हेतु अच्छा भी।
– प्रतिदिन भोजन में हरी सब्जियां दालें और ताजे फलों को महत्त्वपूर्ण स्थान दें।
– चॉकलेट, आइसक्रीम और मिठाई का सेवन कम से कम मात्रा में लें।
– प्रतिदिन कम से कम 2-3 लिटर पानी पीएं।
– अपने जीवन में कैफीन की मात्रा घटाएं।
– दिन में कुछ समय शांत रहकर अपनी दिनचर्या का आंकलन अवश्य करें ताकि जो गलती आज की है, वह कल न दोहरायें।
– रात्रि का भोजन जल्दी लें ताकि सोने तक भोजन पच सके।
– अपने भोजन में रेशेदार वस्तुओं को स्थान दें जैसे चोकरयुक्त आटा, दलिया, ब्राउन ब्रेड आदि। मैदे से बनी वस्तुओं का सेवन कम से कम करें।
– पार्टी, समारोहों में फालतू का खाने से बचें। पार्टियों में स्नैक्स न खाकर भोजन खायें।