कोलकाता : छठ पूजा का पावन पर्व 28 अक्टूबर यानी कल से शुरू हो चुका है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, छठ में भगवान सूर्य देव की अराधना की जाती है। छठ का त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है। पहला चैत्र शुक्ल षष्ठी को और दूसरा कार्तिक माह की शुक्ल षष्ठी को। यह पर्व पूरे चार दिनों तक चलता है, जिसमें 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाता है। संतान के सुख-सौभाग्य, समृद्धि, और सुखी जीवन की कामना के लिए छठ पूजा की जाती है। छठ पर्व की शुरुआत नहाय खाय के साथ होती है। इसके बाद खरना, अर्घ्य और पारण किया जाता है। खरना के दिन चावल और गुड़ की खीर बनाई जाती है।
खरना में कौन से फल है विशेष
1. कच्चा केला – इस व्रत की शुरुआत होने से पहले कच्चा केला लोग खरीद लेते हैं और सूर्य देव को चढ़ाने के लिए ये केला पकाया जाता है।
2. डाभ नींबू – ये नींबू अन्य नींबू से बड़ा होती है और इस नींबू को बहुत ही शुद्ध माना जाता है।
3. नारियल – माना जाता है कि नारियल माता छठी को बड़ा ही प्रिय लगता है। इसलिए इसे भी छठ पूजा में चढ़ाया जाता है।
4. गन्ना – गन्ना भी छठ में चढ़ाया जाता है। कुछ लोग घर के आंगन में गन्ने लगाकर उनकी पूजा करते हैं। साथ ही छठी मईया की अराधना भी की जाती है।
5. सुथनी – सुथनी मिट्टी के अंदर से निकाला जाता है। सुथनी को भी शुद्ध माना जाता है इसलिए उसे सूर्य देव की पूजा में चढ़ाया जाता है।
6. सुपारी – सनातन धर्म में सुपारी को धार्मिक अनुष्ठानों में इस्तेमाल किया जाता है। व्रत में संकल्प लेने के लिए सुपारी का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए छठ में इसे भी चढ़ाया जाता है।
7. सिंघाड़ा – सिंघाड़ा लक्ष्मी माता का सबसे प्रिय फल माना जाता है। इसलिए इसे भी छठ के पर्व में चढ़ाया जाता है।
सूर्यदेव को राशिनुसार लगाएं ये भोग
सूर्यदेव के साथ छठी मईया की अराधना भी करनी चाहिए। साथ ही संतान की उन्नती के लिए भी सूर्यदेव की पूजा की जाती है। जो लोग छठ की पूजा नहीं करते हैं, वो लोग भी सूर्य देव को भोग लगा सकते हैं। साथ ही इस समय स्वच्छता का ध्यान और ब्रह्मचर्य का भी ध्यान रखना चाहिए।
1. मेष राशि
मेष राशि के लोगों को अपनी संतान की खुशहाली के लिए गन्ने का भोग या प्रसाद सूर्य देव और छठी मईया को शाम और सुबह अर्घ्य के साथ चढ़ाना चाहिए।
2. वृष राशि
वृष राशि के लोगों को छठी माता और सूर्यदेव को नारियल का भोग या प्रसाद बनाकर चढ़ाना चाहिए। इससे छठी मईया प्रसन्न होकर आपकी संतान को अच्छी सेहत का वरदान देगी। साथ ही आपकी संतान रोग मुक्त भी रहेगी।
3. मिथुन राशि
मिथुन राशि के लोगों को छठ पूजा में शरीफा का फल भोग में चढ़ाना चाहिए। इससे उनके आने वाले सभी कष्ट दूर हो जाएंगे। यहां तक कि नौकरी में भी आ रहीं परेशानियां भी दूर हो जाएंगी।
4. कर्क
कर्क राशि के जातकों को माता छठी को अपनी संतान की सुख समृद्धि के लिए सिंघाड़ा भोग में चढ़ाना चाहिए।
5. सिंह
जिनके बच्चों की सिंह राशि है, उनको छठ पूजा में गुड़ का भोग लगाना चाहिए। उससे उनके बच्चों का मान सम्मान बढ़ेगा और समाज में यश बढ़ेगा।
6. कन्या
कन्या राशि के लोगों को अपने बच्चों के लिए भगवान सूर्य को संतरा या मौसमी चढ़ाना चाहिए। इससे सभी कष्ट दूर हो जाएंगे।
7. तुला
तुला राशि के लोग छठी मईया को नारियल अर्पित करें। इससे उनकी आने वाली सारी आर्थिक समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।
8. वृश्चिक
वृश्चिक राशि के लोगों को छठ पूजा में सेब का प्रसाद चढ़ाना चाहिए। इससे उन्हें बिजनेस, करियर में तरक्की मिलेगी। साथ ही भगवान सूर्य को अर्घ्य भी देना चाहिए।
9. धनु
धनु राशि के लोगों को भगवान सूर्य को गन्ने का भोग लगाना चाहिए। इससे पुराने अटके सभी काम पूरे हो जाएंगे और काम आसानी से पूरे होंगे।
10. मकर
मकर राशि के लोगों को अपने बच्चों की खुशहाली के लिए मौसमी का भोग चढ़ाना चाहिए। साथ ही अर्घ्य भी देना चाहिए।
11. कुंभ
कुंभ राशि के लोगों को भगवान सूर्य को शरीफा का भोग लगाना चाहिए। साथ ही ऊं सूर्याय नम: के मंत्र का जाप भी करना है। इससे रिश्तों में मधुरता बढ़ेगी। रिश्तों में सुधार आएगा।
12. मीन
मीन राशि के जातकों को भगवान सूर्य और माता छठी को सिंघाड़ा अर्पित करना चाहिए। इससे व्यापार, करियर, नौकरी या पौसों की तंगी जैसी सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।