
ढाकाः बांग्लादेश में 24 दिसंबर को फेरी में लगी आग को लेकर चालक दल की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। शुक्रवार को झलकाठी में सुगंधा नदी पर एमवी ओभिजन 10 में आग लगने से 41 लोगों की मौत हो गई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि फेरी रवाना होने से करीब 20-25 मिनट बाद सुगंधा नदी के दपडापिया बिंदु को पार करते समय इंजन में आग लग गई थी। बरगुना के राशेद नामक एक यात्री ने सबसे पहले इंजन में आग देखी। रशीद ने बताया कि वो इंजन के पास बैठा था, तभी उसकी नजर आग पर पड़ी। इसके बावजूद फेरी 40-45 मिनट तक चलती रही। अगर उसे समय पर किनारे ले जाया जाता, तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। फेरी के कर्मचारी वहीं आग बुझाने में लगे रहे। बारीसाल संभागीय आयुक्त सैफुल अहसान बादल ने कहा कि इस हादसे के लिए नाविक की अक्षमता एक बड़ा अपराध है। अगर आग लगने के बाद वो बिना जोखिम उठाए फेरी को किनारे ले आता, तो इतनी बड़ी त्रासदी नहीं होती।