
कोलकाताः पिछले कुछ महीनों की तुलना में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिलहाल कमी आई है, इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि देश में मौजूदा हालात पहले की तुलना में काफी बेहतर स्थिति में है। जिस तरह से कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की रफ्तार को तेज कर दिया गया है, यह इस महामारी के खिलाफ जंग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि खतरा अब भी टला नहीं है। कोरोना का डेल्टा वैरिएंट दुनिया के तमाम देशों के लिए अब भी बड़ी मुसीबत का कारण बना हुआ है। इस समय यह समझना आवश्यक है कि वायरस के खिलाफ युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है और लोगों को कोविड से बचाव के नियमों के पालन में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।
हालिया मीडिया रिपोर्टस में अमेरिका स्थित ब्राउन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में वायरस एक्सपर्ट और डीन डॉ आशीष झा कहते हैं, कोरोना खत्म हो गया है, ऐसा सोचना भी हमारे लिए फिलहाल खतरनाक हो सकता है। कोरोना के मामले जरूर कम हो रहे हैं लेकिन वायरस खत्म नहीं हुआ है। इससे बचाव के लिए लोगों को इन तीन बातों को गांठ बाध लेना चाहिए।
केस कम हुए हैं, वायरस नहीं
देश में कोरोना के मामले भले ही कम आ रहे हैं, लेकिन संक्रमण अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। स्कूल, कॉलेज और अन्य सार्वजनिक स्थल भले ही खुल गए हैं लेकिन हमें सुरक्षा के सभी नियमों का वैसे ही पालन करते रहना है जैसे कि अब तक करते आ रहे हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार हमारे पास प्लस प्वाइंट यह है कि देश में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो चुका है, इसे वायरस की शक्ति निश्चित की कमजोर होगी। हालांकि सभी लोगों को इन तीन बातों का विशेष ध्यान रखना होगा।
टीकाकरण ही है सबसे मजबूत हथियार
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना से मुकाबले के लिए सबसे पहले हथियार के रूप में टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही टीकाकरण की प्रभावशीलता और इससे बनने वाली एंटीबॉडीज के समय को लेकर कई तरह की भ्रामक खबरें सामने आ रही हैं, पर हमें हमेशा यह ध्यान रखना होगा कि इस महामारी से मुकाबले के लिए फिलहाल हमारे पास सबसे जोरदार हथियार वैक्सीनेशन ही है। संक्रमण के जोखिम को कम करने और लंबे समय तक कोविड के खतरे से सुरक्षित रहने के लिए सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराक जल्द से जल्द ले लेनी चाहिए। टीकाकरण का कोई विकल्प नहीं है।
बचाव में न बरतें कोई लापरवाही
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, चूंकि महामारी खत्म नहीं हुई है ऐसे में इस समय किसी भी तरह की लापरवाही बड़ी समस्या का कारण बन सकती है। संक्रमण के प्रकोप से बचे रहने के लिए चार चीजें का हमेशा ध्यान रखना होगा- कोविड का परीक्षण, मास्क पहनना, बेहतर इनडोर वेंटिलेशन और टीकाकरण। ये सभी उपाय करना इस समय और भी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि डेल्टा जैसे कई संक्रामक वायरस का खतरा लगातार बना हुआ है।
कोरोना के नए वैरिएंट्स से रहें सावधान
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, हाल के दिनों में कोरोना के कई नए वैरिएंट्स के मामले सामने आए है, जिन्हें अपेक्षाकृत ज्यादा संक्रामक और खतरनाक माना जा रहा है। डेल्टा, म्यू और लैम्बडा जैसे वैरिएंट्स तो आसानी से शरीर में बनी एंटीबॉडीज को चकमा देने की क्षमता रखते हैं। ऐसे में इनसे सुरक्षित रहने के लिए सभी लोगों को पहले बताए गए दोनों तरीकों- टीकाकरण और बचाव के उपायों में कोई भी कमी नहीं करनी चाहिए। अगर इन बातों का सख्ती से पालन किया जाए तो कोरोना महामारी पर जीत अब ज्यादा दूर नहीं है।