
कोलकाता : आज के समय में जीवनशैली के साथ हम हमारे शरीर द्वारा दिखाए जाने वाले हल्के संकेतों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। हम अधिकांश इनकी ओर तब ही ध्यान देते हैं जब हमको कोई परेशानी होती है या फिर डेली एक्टिविटी में हस्तक्षेप होता है। जैसे कि अगर किसी को स्कूल में या ऑफिस में सिरदर्द होता है तो शायद वह इसे गोली खाकर दबा देता है और पूरा दिन काम करता है। वहीं अगर पेट में दर्द होता है तो लोग उसे नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन बता दें कि यह लक्षण नजर के कमजोर होने के संकेत हो सकते हैं। इसलिए इन्हें भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे में हम यहां आपके लिए कुछ टेस्ट लेकर आए हैं। जिनसे आप अपने स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जान सकते हैं…
आयरन लेवल टेस्ट– रेड ब्लड सेल्स को शरीर के विभिन्न हिस्सों में पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है। आयरन की कमी होने से एनीमिया हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जो हेल्दी रेड ब्लड सेल्स की संख्या को कम कर देती है जिससे सेल्स और टिशुओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति रुक जाती है।
टेस्ट– अपने नाखूनों, त्वचा और मसूड़ों की जांच करें।
नतीजा- आपके शरीर में आयरन की कमी होने पर अक्सर नाखूनों और मसूड़े हल्के पीले रंग के दिखाई देते हैं। अगर आपको ऐसा कुछ भी दिखाई देता है तो डॉक्टर को दिखाएं।
वॉटर रिटेंशन टेस्ट- शरीर में वॉटर रिटेंशन को किसी हिस्से में पानी के जमा होने के कारण सूजन के रूप में पाया जाता है। यह आमतौर पर टखनों और पैरों मे देखा जा सकता है। वॉटर रिटेंशन एक गंभीर स्वास्थ्य संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें।
टेस्ट- आप एक साधारण प्रेस टेस्ट के माध्यम से काफी कुछ जान सकते हैं। इसके लिए आप रोशनी वाली जगह पर बैठें और अपने अंगूठे का उपयोग करके अपने पैरों पर फ्लैश को 4 हिस्से में दबाएं। कुछ दबाल डालें और अंगूठा हटा लें।
नतीजा- अंगूठा हटाने पर अपनी तर्जनी के साथ, उन हिस्से को महसूस करें जहां आपका अंगूठा रखा गया था। यदि आप इन हिस्से में एक छोटा सा अवसाद महसूस करते हैं तो यह वॉटर रिटेंशन का संकेत है।