डेहरी ऑन सोन : देश के सबसे व्यस्तम दिल्ली- हावड़ा रेलखंड पर दीनदयाल उपाध्याय – डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन के बीच शनिवार को 24 एलएचबी कोच वाले एक स्पेशल ट्रेन को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाकर स्पीड ट्रायल किया गया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू ) रेल मंडल के डीआरएम पंकज सक्सेना के अनुसार, स्पीड ट्रायल सफल रहा। उम्मीद है कि बहुत जल्द इस रूट पर हाई स्पीड ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जा सकता है। अब तेजस और वंदे भारत जैसी हाई स्पीड ट्रेन चलाने की कवायद शुरू हो गयी है। ट्रेन की निगरानी के लिए रेलखंड के सभी रेलवे स्टेशन और विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सतर्क किया गया था। सभी विशेष रूप से निगरानी कर रहे थे। मंडल के एडीआरएम एस.के.वर्मा हाइस्पीड ट्रेन के इंजन पर सवार थे।
सहरसा-फारबिसगंज रेल खंड पर एक जोड़ी ट्रेनों का परिचालन शुरु
सुपौल : बिहार में पूर्व मध्य रेलवे के सहरसा-फारबिसगंज रेल खंड पर सुपौल एवं सहरसा रेलवे स्टेशनों के बीच शनिवार से एक जोड़ी नयी ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया।
बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव और क्षेत्रीय सांसद दिलेश्वर कामैत ने संयुक्त रूप में हरी झंडी दिखाकर इस यात्री रेलगाड़ी 55503 को रवाना किया। इसके बाद सुपौल रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वर्ष 1934 के भूकंप और कोसी नदी की बाढ़ ने सुपौल जिले में रेल सेवा को तहस-नहस कर दिया था। उन्होंने कहा कि आजादी के 71 साल बाद भी रेलवे की ओर से अंग्रेजों के शासन काल के दौरान दी गयी रेल सुविधा फिर से बहाल नहीं की गयी। यादव ने कहा कि देर आये दुरूस्त आये कि कहाबत पर कोसी में काम की शुरुआत तो हुई है। उन्होंने कोसी क्षेत्र में रेलवे पटरी बिछाने और रेल सुविधा बहाल करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल को बधाई दी। इस मौके पर सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा कि कोसी क्षेत्र में रेलवे के विकास को लेकर वह रेल मंत्री के अलावा रेलवे के वरीय अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं ताकि रेल के विकास मे तेजी आ सके। समारोह स्थल पर रेलवे के अलावा पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। गौरतलब है कि इस रेल खंड पर पिछले तीन दिसंबर को भी एक जोड़ी रेल गाड़ी चलायी गयी थी।