
नई दिल्ली : आज के समय में स्ट्रेस और डिप्रेशन की समस्या आम है। इस समस्या से उबरना मुश्किल नहीं है, लेकिन लापरवाही कई बार खतरनाक भी साबित हो सकता है। स्ट्रेस और डिप्रेशन की वजह खान-पान में विटामिन और मिनरल्स की कमी होना भी है। इससे उबरने के लिए खान-पान में खास ध्यान देने की ज़रूरत पड़ती है। स्ट्रेस बढ़ कर डिप्रेशन में तब्दील हो जाता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि खान-पान में सावधानी बरती जाए तो इन दोनों ही बीमारियों से जल्द छुटकारा मिल सकता है। डिप्रेशन व स्ट्रेस में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।
स्ट्रेस में क्या हो खानपान
तनाव की वजह से दिमाग की कोशिकाओं को मिलने वाली ऑक्सीजन की मात्रा प्रभावित होने लगती है, जिसका प्रभाव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर पड़ता है। एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर खान-पान लें, जिससे मस्तिष्क, किडनी, लीवर और दिल को भी सेहतमंद रखा जा सकता है। दिन भर में तीन से पांच छोटे ग्लास फलों जे जूस का सेवन करें। फल विटामिन-सी, केरोटिनायड्स और फाइबर से भरपूर होते हैं। ये कोशिकाओं को पोषण देते हैं और क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं, जिन्हें डिप्रेशन हो, उन्हें दिनभर में पांच से सात अखरोट खाना चाहिए।
ये ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर पर असर छोड़ते हैं। डिप्रेशन ज्यादा हो तो कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, मेवे और साबुत अनाज का सेवन करें। इनमें सेलेनियम अच्छी मात्रा में होता है, जो निराशा कम करने में मददगार है।
साथ ही विटामिन बी3 से भरपूर बीन स्प्राउट, ब्रोकोली और केले का सेवन करें। इनमें विटामिन सी और ए भी होता है, जो निराशा कम करने में मददगार है। सेब, बादाम और गाजर का सेवन करें, इनमें प्राकृतिक एंटीडिप्रेसेंट फिनेलिथैलेलाइन होता है।
ये ना खाएं
यदि आपको स्ट्रेस या डिप्रेशन है तो कैफीन युक्त पदार्थो के सेवन जैसे ज्यादा कॉफी या चाय पीने से बचें। कैफीन की ज्यादा मात्रा से तनाव बढ़ता है। खासकर शाम को कैफीन युक्त पदार्थों के सेवन से बचें, क्योंकि इनके सेवन नींद प्रभावित होती है।