
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां पर एक मरी हुई लड़की को तंत्र मंत्र के जरिए जिंदा करने की कोशिश की जा रही थी। लाश से बदबू आने पर पुलिस को इसकी सूचना दी गई। तब पता चला कि 5 दिन से शव को घर में छिपाकर रखा गया था और तंत्र क्रियाएं की जा रही थीं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि नाबालिग की तबीयत काफी समय से खराब चल रही थी। परिवार के लोग उसे गंगाजल पिलाकर और तंत्र-मंत्र के जरिए ठीक करने का प्रयास कर रहे थे।
डीहा गांव के रहने वाले अभय राज यादव की 18 साल की बेटी अंतिमा यादव की मौत पांच दिन पहले रहस्यमयी हालात में हुई थी। लेकिन उन लोगों ने बेटी का अंतिम संस्कार नहीं किया और उसे जिंदा करने के लिए तंत्र मंत्र करने लगे। उनका मानना था कि देवी आएगी और बेटी फिर जिंदा हो जाएगी। डेड बॉडी से बदबू आने के बाद आसपास के लोगों ने इसकी सूचना थाने में दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दरवाजा खोलने के लिए कहा तो परिजनों ने इसका विरोध किया। पुलिस ने जब घर का दरवाजा खोला तो सड़ी गली लाश देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि ये परिवार मानसिक रोगियों जैसी हरकत और झाड़फूंक भी करता है। फिलहाल पुलिस ने लड़की की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही लकड़ी की मौत का खुलासा हो पाएगा। मृतक लड़की की तबीयत करीब एक महीने से खराब थी। 24 जून को संदिग्ध हालत में उसकी मौत हो गई। परिजनों को शक था कि अंतिमा की मौत भूत-प्रेत की वजह से हुई है। ऐसे में उसे झाड़-फूंक और तंत्र मंत्र से जिंदा करने का कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने अब इस परिवार के 11 लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया है। सिर्फ अभयराज और उसकी पत्नी विमला ही अभी कुछ ठीक हैं। पुलिस ने बताया कि ये लोग मानसिक रूप से पूरी तरह से बीमार हैं। सभी लोग खाना सही ढंग से नहीं खा रहे थे। पानी के नाम पर सिर्फ गंगाजल ही पी रहे थे।