कोलकाताः स्वस्थ व वजन कम करने के लिए सही खाने का चुनाव करना बहुत जरूरी होता है। तो जानिए, अच्छी सेहत के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
तंदूरी रोटी या नान/परांठा
जब कभी होटल में डिनर पर जाएं तो नान/परांठा की बजाय तंदूरी रोटी या प्लेन रोटी (आटे से बनी) खाएं। मैदे से बनी चीजें खाने से परहेज करें, क्योंकि ये सेहत के लिए हानिकारक होती हैं।
डार्क चॉकलेट या मिल्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीटेंड की मात्रा ज़्यादा और फैट की मात्रा कम होती है, जबकि मिल्क चॉकलेट में सैच्युरेटेड फैट ज़्यादा होता है।
बिस्किट, खारी, खाखरा, मठरी, चिप्स आदि फ्रोज़ेन फूड में हाइड्रोजेनेटेड फैट्स होते हैं। ये ट्रांस फैटी एसिड्स खाने को क्रिस्पी तो बनाए रखते हैं, लेकिन रक्तवाहिनियों को अवरुद्ध करने के साथ ही हार्मोन प्रोडक्शन की प्रक्रिया को बाधित करते हैं। कई चिप्स और स्नैक्स के पैकेट पर ज़ीरो कोलेस्ट्रॉल लिखा होता है, लेकिन इनके झांसे में न आएं। पैकेट पर दी गई जानकारी में सैच्युरेटेड फैट की कितनी मात्रा दी है इसकी जांच करें, क्योंकि जब ये फैट लीवर में पहुंचकर प्रक्रिया करता है तो शरीर में कोलेस्ट्रॉल बनता है।
कैन्ड फ्रूट्स, वेजीटेबल्स और चिप्स में नमक और शुगर की मात्रा ज़्यादा होती है, जो सेहत के लिए अच्छा नहीं है। इनकी बजाय ताज़े फल और सब्ज़ियों का इस्तेमाल करें।
कई फूड आइटम्स जिन पर लो फैट लिखा होता है, उनमें हाइड्रोजेनेटेड फैट और शुगर की मात्रा अधिक होती है। अतः ख़रीदने से पहले उनके लेबल पर दी जानकारी को अच्छी तरह पढ़ें, ताकि आपको पता चल सके कि आप क्या खाने जा रहे हैं?
बाकी प्रोसेस्ड फूड की तरह ही चीज़ स्लाइस और चीज़ स्प्रेड जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स में सैच्युरेटेड फैट, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की अधिकता होती है। अतः सैंडविच में चीज़ स्लाइस की बजाय होममेड पनीर, चटनी और सॉस डालकर उसे हेल्दी के साथ ही टेस्टी बनाइए।