सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : इस वर्ष त्यौहारों के सीजन में अन्य देवी-देवताओं के साथ-साथ मां दुर्गा की मूर्तियों की कीमत भी अधिक होने वाली है। इसे लेकर कुम्हारटोली के कारीगरों ने भी अंदेशा जताया है। उनकी ओर से बताया गया है कि इस वर्ष रॉ मैटेरियल के दाम के साथ ही लेबर कोस्ट भी बढ़ गया है, जिस कारण मां दुर्गा की मूर्तियों की कीमत 25% तक इजाफा हो सकता है। कुम्हारटोली मृतशिल्पी सांस्कृतिक समिति के कार्तिक पाल ने कहा कि महामारी के बाद कई मजूदर काम की तलाश में दूसरे राज्यों में चले गए है जिस कारण मजदूरों की कमी हो गई। इसलिए इस वर्ष लेबर कोस्ट 15% -20% बढ़ गया है। मालूम हो कि कुमारटोली में विभिन्न संघों से जुड़े 600 से अधिक कारीगर हैं। वह हर साल 5000 से अधिक मजदूरों को काम पर रखते हैं।
मध्यम आकार की मां दुर्गा की कीमत हाेगी 1.8 लाख : कुम्हारटोली के एक कारीगर ने बताया कि हर वर्ष मध्यम आकार में चार मूर्तियों और महिषासुर के साथ मां दुर्गा के मूर्ति की कीमत लगभग 1 लाख रुपये से 1.3 लाख रुपये होती है जो इस वर्ष बढ़कर 1.8 लाख रुपये से ऊपर तक जा सकती है। इस साल कीमत 20% से 25% तक बढ़ने की उम्मीद है।
महंगाई के बावजूद इस साल अच्छे कारोबार का भरोसा : कारीगर बिकास पाल ने कहा कि मूर्ति बनाने में काम में आने वाली सामग्री जैसे मिट्टी, लकड़ी, पेंट और अन्य सामान के दाम बढ़ने के कारण हमें भी मूर्ति के दाम बढ़ाने पड़ रहे है पर हमें उम्मीद है कि महंगाई बढ़ने के बावजूद इस साल अच्छा कारोबार होगा। वहीं एक अन्य ने कहा कि अधिकांश आयोजकों ने अपने पूजा के बजट को लगभग एक-तिहाई बढ़ा दिया है, जिस कारण इस वर्ष व्यवसाय भी अच्छा होगा। कुमारटोली का व्यवसाय पिछले साल 50,000 करोड़ रुपये को पार कर गया था। इस साल इसके और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि आयोजकों ने अपना बजट लगभग एक-तिहाई बढ़ा दिया है।