
कोलकाता: प्लास्टिक की बोतल से पानी पीने से हमारी हेल्थ के साथ-साथ प्रेग्नेंट महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरा है। इसलिए बेहतर होगा कि प्लास्टिक की बोतल से पानी न पिया जाए। प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसलिए विशेषज्ञों ने कांच या मेटल की बोतल से या दूसरे पेय पदार्थ से पानी पीने की सलाह दी है। प्लास्टिक के छोटे कणों के कारण ह्यूमन टिशूज खतरे में हैं। एक रिसर्च में ये बात सामने आई थी कि प्लास्टिक के माइक्रो पार्टिकल्स इंसान के ब्लड स्ट्रीम और प्लेसेंटा यानी गर्भनाल में भी जा सकते हैं।
इस रिसर्च के मुताबिक, प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण प्रेग्नेंट महिलाओं के भ्रूण को खत्म कर सकते हैं। ऐसे संकेत मिले हैं कि भ्रूण प्लास्टिक के कणों का टार्गेट हो सकते हैं। क्या होते हैं माइक्रोप्लास्टिक्स माइक्रोप्लास्टिक व्यास में 0.2 इंच यानी 5 मिली मीटर से भी कम प्लास्टिक के छोटे-छोटो टुकड़े होते हैं। इसके अलावा, प्लास्टिक के कुछ माइक्रो पार्टिकिल्स इतने छोटे होते हैं कि उन्हें आंखों से देख पाना संभव नहीं है। विशेषज्ञों की मानें तो डिस्पोज की गई प्लास्टिक की बोतलें अपने डेब्रिस को छोड़ सकती हैं, खासकर उस समय जब प्लास्टिकसूरज की रोशनी के संपर्क में आता है। डॉ. लुइसा का कहना है कि हमारी हेल्थ के लिए भी बेहतर होगा कि प्लास्टिक की बोतल से पानी न पिया जाए।