कोलकाता : पेरेंट्स अपने बच्चों का खयाल रखने में कमी नहीं छोड़ते हैं, लेकिन कभी-कभी किन्हीं कारणों से बच्चा नाश्ता स्किप करने लगता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये गलती बच्चे में कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं पैदा कर सकती है। जानें इन प्रॉब्लम्स के बारे में…
मेंटल डेवलपमेंट : कई रिसर्च में सामने आया है कि बड़ों की तरह छोटे बच्चों को भी नाश्ता स्किप या इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से बच्चे की मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। वह मानसिक तौर पर ठीक से विकास नहीं कर पाता है और आगे चलकर उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
विकास में देरी : जिन बच्चों को अक्सर किन्हीं कारणों से नाश्ता स्किप करना पड़ता है, उनके विकास में कई रुकावटें आती हैं। पेरेंट्स को नाश्ते में बच्चे को हेल्दी चीजें खाने के लिए देनी चाहिए। पोषक तत्वों की कमी से बच्चे के शरीर का विकास नहीं होगा और वह हमेशा थका हुआ महसूस करेगा।
नाश्ते में न दें चाय : आज के समय में पेरेंट्स या गार्जियन्स अपनी सहूलियत के हिसाब से बच्चों को नाश्ता कराने लगे हैं। माता-पिता बच्चे को दूध या जूस की जगह चाय पीने के लिए देते हैं। चाय में अधिक मात्रा में कैफीन होती है, जो बच्चों के सोने के सिस्टम को डिस्टर्ब कर सकती है।
बाहर का नाश्ता देने से बचें : पेरेंट्स अक्सर बच्चों का पेट भरने के लिए घर के बजाय बाहर से आई चीजों का नाश्ता कराने की आदत डाल देते हैं। बाहर का फूड हेल्थ को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। घर में ओट्स का दलिया जैसी चीजों का नाश्ता अपने बच्चे को कराएं। इससे वह फूड पॉइजनिंग का शिकार हो सकता है।
भूल से भी बच्चे का नाश्ता न होने दें स्किप, झेलनी पड़ सकती हैं ये परेशानियां
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