कोलकाताः हिन्दू धर्म में दीपक प्रज्वलित करने को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। दीपक की लौ को बहुत ही पावन और पवित्र माना गया है। सभी धार्मिक अनुष्ठानों में और प्रत्येक रीति रिवाज में दीपक जलाना शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता हैं कि दीपक जलाए बिना कोई भी पूजा-पाठ संपन्न नहीं होता है। पूजा-पाठ में दीपक की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्य रूप से घर के मंदिर में दीपक जलाने के बहुत से फायदे देखने को मिलते हैं। दीपक से हमारे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता दूर होती है। लेकिन ज्योतिष में दीपक जलाने के भी कुछ नियम हैं जिनका हम यदि पालन नहीं करते हैं तो हमें कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
आइए जानते हैं घर के मंदिर में दीपक जलाते समय आपको किन गलतियों से बचना चाहिए जिससे आपकी समृद्धि में कोई कमी न हो सके।
दीपक जलाने की दिशा का रखें ध्यान
ज्योतिष के अनुसार दीपक जलाने से पहले उसकी दिशा का ख्याल जरूर रखना चाहिए। कभी भी पूजा के समय दीपक को किसी भी दिशा में नहीं रख देना चाहिए। गलत दिशा में रखा गया दीपक आपको नुकसान पहुंचा सकता है। दीपक को गलत तरीके से रखने से धन हानि के साथ घर में कई स्वास्थ्य समस्याएं भी होती हैं। मंदिर के पास दीपक जलाने के लिए हमें हमेशा पश्चिम दिशा का ध्यान रखना चाहिए। इस दिशा में दीपक रखना पॉजिटिव एनर्जी को आकर्षित कर सकता है।
जब भी आप घर के मंदिर में दीपक जला रही हैं, तो आपको बत्तियों का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। जब आप घी का दीपक जलाएं तो फूल बत्ती और तेल का दीपक जलाएं तो खड़ी हुई लंबी बत्तियों का इस्तेमाल करें। दीपक की बत्ती की दिशा हमेशा भगवान की तस्वीर के ठीक सामने होनी चाहिए इससे आपकी मनोकामनाएं जल्दी ही पूरी होती हैं। ज्योतिष में हमेशा सीधी बत्तियों का इस्तेमाल करना ही बेहतर होता है। दीपक की बत्ती की दिशा दक्षिण की तरफ न रखें। दीपक की बत्ती रुई की होनी चाहिए। इस बत्ती को ज्यादा शुभ माना जाता है। दीपक जलाते समय यदि आप कुछ आसान नियमों का पालन करती हैं, तो जीवन में सदैव समृद्धि बनी रहती है और पूजा का विशेष फल मिलता है।