फलों में कच्चे पानीदार नारियल बेहद स्वादिष्ट फल के रूप में उपलब्ध हैं। कच्चे नारियल हर मौसम में उपलब्ध रहते हैं। कच्चे नारियल के सेवन से जहां हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है, वहीं नारियल में प्रदाहरोधक क्षमता भी होती है। नारियल का पानी तो बीमार व्यक्ति के लिए रामबाण औषधि तुल्य है।
नारियल में ‘जिंक’ भरपूर मात्रा में पाया जाता है। शारीरिक बीमारियों में नारियल का उपयोग शुरू से ही किया जाता रहा है। आइये जानें इसकी उपयोगिता-
• यकृत, गुर्दे के रोग, उल्टी, दस्त, पेचिश, अल्सर, गैस, जलन व दिल के रोगों में रोगी को रोज एक कच्चे नारियल का पानी पिलायें।
• नारियल के पानी में खीरे का रस व दो चार नींबू के रस की बूदें मिलाकर सुबह-शाम चेहरे पर लगाने से झाईयां, दाग-धब्बे मिट जाते हैं।
• पेशाब में जलन होने पर सूखा धनिया पीस कर गुड़ के साथ नारियल पानी में मिलाकर तीन दिन तक लें, शीघ्र आराम मिल जायेगा।
• पेडू का दर्द, मल में आंव व खून आना व कमजोरी महसूस करने पर, प्रात: नारियल का एक गिलास पानी पीयें। नींद न आती हो तो प्रतिदिन रात में भोजन के बाद आधा गिलास नारियल का पानी ठंडा कर हफ्ते भर पीयें। खूब नींद आयेगी।
• महिलाओं को मासिक स्राव यदि अनियमित होता हो तो पन्द्रह दिन तक कच्चा नारियल व इसका पानी सेवन करना चाहिए। बीमार व्यक्ति को ग्लूकोज न देकर नारियल का पानी पिलायें। पोलियो के रोगी बच्चों को रोज एक महीना भर नारियल का पानी पिलाने व इसके तेल की मालिश करने पर लाभ होता है।
• थकान, कमजोरी व नाड़ी की तकलीफों में नारियल का पानी पीने से फौरन शक्ति व स्फूर्ति मिलती है क्योंकि इसमें जिंक तत्व भरपूर होता है।
• गर्भवती महिलाएं, सुन्दर, गोरे व स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के लिए कुछ माह तक रोज एक नारियल का पानी व मलाईदार नारियल का प्रयोग करें।
• नवजात शिशुओं को मां के दूध के साथ-साथ नारियल का पानी पिलाने से उसके पेट में कब्ज व गैस नहीं बनती है।
• पेट में तेज दर्द हो तो सौंफ का अर्क नारियल के पानी में मिलाकर पीने से शीघ्र राहत मिलती है।