कोलकाता : देवाधिदेव महादेव के पुत्र भगवान कार्तिकेय को देवताओं का सेनापति माना जाता है। धर्मग्रंथों में इनका वाहन मोर बताया गया है। जो देखने में बेहद खूबसूरत और आकर्षक होते हैं। कई पौराणिक कथाओं के अनुसार मोर को शुभ माना गया है, वहीं सनातन धर्म में मोर को धन की देवी लक्ष्मी और विद्या की देवी सरस्वती से भी जोड़कर देखा जाता है। मान्यता के अनुसार घर में मोर पंख रखने से धन और बुद्धि दोनों ही प्राप्त होती है। मोर पंख की पवित्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मस्तक पर मोर पंख को स्थान दिया है। मोर पंख के संबंध में माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति आर्थिक समस्या से जूझ रहा है, तो उसे अपने ऑफिस या तिजोरी में दक्षिण-पूर्व दिशा में मोर पंख रखना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से उसे लाभ होने के साथ ही कभी भी धन की कमी नहीं होती और रुका धन भी आसानी से प्राप्त हो जाता है।
जानें मोर पंख के फायदे
1. वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आपके घर में किसी वास्तु दोष के कारण आपके घर के मुख्य द्वारा से नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश की संभावना हो तो घर के मुख्य द्वार पर 3 मोरपंख लगाकर ‘ॐ द्वारपालाय नम: जाग्रय स्थापयै स्वाहा’ मंत्र लिखें और नीचे गणेश जी की मूर्ति लगानी चाहिए।
2. वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती जिससे घर में सुख शांति व खुशहाली बनी रहती है। इसके साथ ही यह भी मान्यता है कि मोर पंख किसी भी स्थान को बुरी शक्तियों और प्रतिकूल चीजों के प्रभाव से बचाकर रखता है।
3. घर में यदि भगवान कृष्ण की प्रिय बांसुरी के साथ मोर के पंख को रखा जाए तो इससे भी घर का वास्तु दोष दूर होता है।
4. वास्तु शास्त्र की मानें तो वैवाहिक जीवन में तनाव होने पर शयनकक्ष में 2 मोर पंख एक साथ लगाने से पति पत्नि के बीच आपसी तालमेल और प्यार बना रहता है।
5. वास्तुशास्त्र के अनुसार मोरपंख को घर की दक्षिण दिशा में स्थित तिजोरी में खड़ा करके रखने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। यानि घर की जिस जगह पर आप अपना पैसा या जेवर रखते हों वहां पर मोर पंख रखने से आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। वहीं यह भी मान्यता है कि यदि आप आर्थिक लाभ चाहते हैं तो किसी मंदिर में जाकर मोरपंख को राधा कृष्ण के मुकुट में लगाएं और 40 दिन बाद इसे अपने लॉकर या तिजोरी में रख दें।
मोरपंख, जो दूर करता है घर का हर वास्तु दोष !
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