
कोलकाता : क्या आपने कभी मिट्टी के बर्तनों में जमी दही का स्वाद चखा है? अगर नहीं, तो एक बार जरूर चखिएगा, क्योंकि साधारण बर्तनों में जमी दही की तुलना में मिट्टी के बर्तनों में जमी दही का स्वाद काफी ज्यादा बेहतर होता है। साथ ही यह सेहत के लिहाज से भी काफी फायदेमंद माना जाता है। आप सभी को याद होगा कि दादी-नानी के जमाने में मिट्टी की हांडी में दही जमाने की परंपरा थी, लेकिन समय बदला और इन बर्तनों की जगह स्टील और प्लास्टिक के बर्तनों ने ले ली। लेकिन आज भी गांवों में मिट्टी की हांडी में दही जमाना ही बेहतर माना जाता है।
मिट्टी के बर्तन में जमें दही को खाने के फायदे…
* दही जमाने के लिए जिस जोरन का प्रयोग किया जाता है वह दही को बहुत ज्यादा खट्टा या एसिडिक बना सकता है, लेकिन अगर आप मटके में दही जमा रहे हैं तो मिट्टी एल्कलाइन होने की वजह से काफी सारे एसिड को बैलेंस कर देती है और दही का स्वाद मीठा बना रहता है।
* मिट्टी के हांडी में चीजें जल्दी गर्म नहीं होतीं। यह गर्म तापमान को अवशोषित कर लेता है। ऐसे में जब इसमें दही जमाया जाता है तो इसके तापमान में बदलाव नहीं होता और दही लंबे समय तक खराब होने से बचा रहता है।
* जिस दही को मिट्टी के बर्तन में जमाया जाता है उसमें कई सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इनमें मैग्नीशियम, आयरन, सल्फर और अन्य कई प्राकृतिक लवण शामिल हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी माने जाते हैं।