पृथ्वी तत्व की राशियों में वृष, कन्या और मकर आती हैं। इन्हें डेयरी प्रॉडक्ट और घी दूध दही आदि से परहेज करना चाहिए। इन्हें फलाहार पर जोर देना चाहिए। सूखे मेवों का उपयोग भी कर सकते हैं।
वायु तत्व की राशियों में मिथुन, तुला और कुंभ राशियां आती हैं। इन्हें सब्जियों और पत्तेदार आहार से बचना चाहिए। दूध दही घी और अन्य डेयरी प्रॉडक्ट ये ग्रहण कर सकते हैं।
जल तत्व की राशियों में कर्क, वृश्चिक और मीन राशि आती हैं। इन राशि वालों को रसीले फल, शरबत और जूस का प्रयोग अत्यंत सीमित मात्रा में करना चाहिए।
व्रत फलाहार में प्रमुख रूप से उन वस्तुओं को शामिल करने से परहेज करना चाहिए जिनमें आपकी राशि के तात्विक गुण अधिकता में मौजूद होते हैं। व्रत के दौरान राशि के तत्व से संबंधित वस्तुओं का दान अधिक फलदायी होता है।