राजस्थान : राजस्थान के अलवर जिले में एक छात्रा से गैंगरेप का केस सामने आया है। आरोपी बीते 2 साल से 20 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप कर रहे थे। पुलिस ने पूरे प्रकरण में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने छात्रा का वीडियो बनाया था, जिसे वायरल करने की धमकी देकर उसे बार-बार ब्लैकमेल किया जाता था।
क्षेत्राधिकारी ग्रामीण अमित सिंह के मुताबिक गैंगरेप केस में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 2 आरोपियों पर गैंगरेप और अपहरण का आरोप है, वहीं तीसरे शख्स पर वारदात का वीडियो वायरल करने का आरोप है। एफआईआर में मालखेड़ा थाना पुलिस पर पीड़िता की पुलिस रिपोर्ट नहीं दर्ज करने और कोई भी एक्शन न लेने का गंभीर आरोप भी लगाया गया है। पुलिस की लापरवाही की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। आरोपियों ने अलवर शहर और एमआईए में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। दोनों जगहों पर घटनास्थल का पुलिस ने मुआयना कर मैप तैयार किया है। पीड़िता कथित तौर पर मालखेड़ा थाने में मई 2019 में घटना के एक महीने बाद केस दर्ज कराने गई थी लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया था। न ही आरोपियों के खिलाफ कोई एक्शन लिया गया। पुलिस के कार्रवाई न करने की जांच सीओ अमित सिंह को सौंपी गई है।
अलवर के ही थानागाजी में हुए गैंगरेप केस में भी इसी तरह ही पुलिस की किरकिरी हुई थी, जिसके बाद भी पुलिस ने अब तक सबक नहीं लिया। आरोप है कि अलवर पुलिस की लापरवाही की वजह से पीड़िता को 2 साल तक गैंगरेप का शिकार होना पड़ा।
आरोपी पीड़िता से वीडियो वायरल करने की धमकी देकर बार-बार गैंगरेप कर रहे थे। पीड़िता ने अपने एफआईआर में लिखा है कि मालखेड़ा पुलिस थाने में मई 2019 में घटना के एक महीने बाद रिपोर्ट कराने गई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। अब पीड़िता ने तंग आकर एसपी से मुलाकात की और शिकायत दी तब जाकर पुलिस केस दर्ज किया गया है। एसपी तेजस्विनी गौतम ने केस की गंभीरता देखते हुए पुलिस जांच सीओ ग्रामीण अमित सिंह को सौंपी है। तत्कालीन मालखेड़ा थानाधिकारी सहित मौजूद पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच अलग से की जाएगी। एसपी ने कहा है कि जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्ती से एक्शन लिया जाएगा।