
कोलकाता : सावन का महीना चल रहा है। जो कि भोलेनाथ को बेहद प्रिय होता है। शिव जी की पूजा के लिए श्रावण मास का विशेष महत्व होता है। लेकिन, सावन में भगवान श्री कृष्ण की पूजा का भी विधान है। ग्रंथों के अनुसार, वसंत के बाद श्रीकृष्ण इस माह में भी रास रचाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सावन में श्रीकृष्ण की प्रिय वस्तु मोरपंख के उपाय करने से बड़ी मुश्किलों से भी निजात पाया जा सकता है। तो, चलिए जानते हैं कि आप मोरपंख से किस तरह के टोटके आजमा सकते हैं।
ग्रह शांति
ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए जिस ग्रह की पीड़ा मिल रही है। उसका 21 बार मंत्र बोलकर मोरपंख पर पानी के छींटे दें। इसके बाद पूजा स्थान पर रख दें थोड़े दिन में चमत्कारी परिणाम नजर आने लगेंगे।
धन लाभ
धन लाभ के लिए एक मोरपंख का टोटका बहुत असरदार होता है। इसके लिए एक मोरपंख को राधाकृष्ण मंदिर में स्थापित करें। फिर, रोजाना उसकी पूजा करें और 40 दिन बाद इसे अपनी तिजोरी या धन के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से धन में वृद्धि के साथ लंबे समय से रुक हुए काम पूर्ण हो जाएंगे।
कालसर्प दोष
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, श्रीकृष्ण ने भी कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए मोरपंख मुकुट में धारण किया था। मोर की सर्प से शत्रुता होती है। इसलिए, कालसर्प दोष से ग्रसित लोगों को 7 मोर पंख तकिए के कवर में डालकर उस पर सोना चाहिए। ये टोटका कालसर्प दोष दूर करने में कारगर साबित होता है।
दुश्मन पर जीत
अगर आप अपने जीवन में किसी विशेष व्यक्ति से परेशान हैं तो, मंगलवार या शनिवार को मोर पंख पर हनुमान जी के मस्तक का सिंदूर से उसका नाम लिखें। रातभर उसे पूजा स्थान पर रखें और फिर अगली सुबह बहते पानी में प्रवाहित कर दें। बस, इस बात का ध्यान रखें कि ये प्रक्रिया गुप्त तरीके से करें। इस उपाय से दुश्मन भी दोस्त बन जाते हैं।
नजर दोष
नवजात बच्चों को नजर बहुत जल्दी लग जाती है। ऐसे में बुरी नजर से बच्चों को बचाने के लिए मोरपंख को चांदी के ताबीज में डालकर उसके सिरहाने रख दें। इससे डर दूर भाग जाएगा।