चांदपोल से बड़ी चौपड़ तक बनी भूमिगत जयपुर मेट्रो का गहलोत ने किया लोकार्पण
जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की प्रथम भूमिगत मेट्रो रेल चांदपोल से बड़ी चौपड़ का बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण किया। गहलोत ने जयपुर मेट्रो चरण (प्रथम) बी के तहत चांदपोल से बड़ी चौपड़ तक बनी भूमिगत जयपुर मेट्रो का लोकार्पण किया। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर मेट्रो रेल को रवाना किया व भूमिगत मेट्रो रेल की शुरुआत की। गहलोत ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि रास्ते में मंदिरों के होने से लोगों की धार्मिक भावना का ध्यान रखना एवं विरासत को बचाते हुए यहां भूमिगत मेट्रो रेल के लिए काम करना काफी चुनौतीपूर्ण था। इस भूमिगत मेट्रो रेल का काम ढाई साल में पूरा होने की उम्मीद थी लेकिन सरकार के बदल जाने के कारण इसमें विलंब हुआ। जयपुर मेट्रो प्रथम बी का शिलान्यास सितम्बर 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने किया था।
उन्होंने कहा कि जयपुर में जब पहले चरण में मेट्रो रेल बनी तब उनकी आलोचना हुई थी और कहा गया था कि यह महंगा और घाटे का सौदा है। इसमें यह घाटे नफा नहीं देखा जाता। यह सरकार की सामाजिक जिम्मेदारी है। राजधानी में सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक 22 किलोमीटर लम्बा मेट्रो रेल का सपना भी है और इसके प्रति भी उनका ध्यान है। कोरोना के चलते इसमें भी विलंब हो रहा है। जयपुर के अलावा प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर में भी मेट्रो रेल चलाने की बात है। केन्द्र सरकार को मेट्रो को प्राथमिकता देनी चाहिए। वैश्विक महामारी कोरोना में जहां राज्य सरकारें अच्छा काम कर रही है उन्हें केन्द्र सरकार को और बढ़चढ़कर सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि तत्कालीन भाजपा सरकार ने मेट्रो का काम धीमा किया, अगर इस दौरान कांग्रेस की सरकार होती तो यह काम बहुत पहले हो चुका होता। जयपुर मेट्रो का किराया देश में सबसे कम है।
राजस्थान में प्रथम भूमिगत मेट्रो रेल सेवा का लोकार्पण
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