– मुलायम के बाद अब अखिलेश की भी होगी बुरी गति : मायावती का बयान
लखनउ: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर मचे सियासी हलचल के बीच बसपा और सपा का दांवपेंच और सियासी उठापटक शुरु होता हुआ दिखाई दे रहा है। बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने अपने सात बागी विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है। उन्होंने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करते हुए इन विधायकों पर पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार के खिलाफ बगावत करने का आरोप लगाया है।
मायावती ने कहा है कि इन निलंबित विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी यदि वे सपा में शामिल होते हैं। बताते चलें कि इस संबंध में विधायक दल के नेता लालजी वर्मा ने अपनी रिपोर्ट मायावती को सौंपी थी।
‘सपा को हराने के लिए किसी भी पार्टी को समर्थन’
वहीं दूसरी तरफ, मायावती ने हर हाल में समाजवादी पार्टी (सपा) को हराने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि बसपा अपनी पूरी ताकत लगा देगी, उसके लिए भलेहि उसे बीजेपी समेत किसी भी विराेधी पार्टी के उम्मीदवार को वोट क्यों ना देना पड़ जाए। उन्होंने कहा, ‘हमने फैसला कर लिया है कि यूपी में आगामी एमएलसी चुनाव में सपा के प्रत्याशी को हराने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाएंगे। अगर हमें बीजेपी प्रत्याशी या फिर किसी दूसरी पार्टी के कैंडिडेट को वोट देना होगा तो वो भी करेंगे।’
We have decided that to defeat SP candidate in future MLC elections in UP, we will put all our force & even if we have to give our vote to BJP candidate or any party candidate, we’ll do it: BSP Chief Mayawati https://t.co/DCfn2d5GYa pic.twitter.com/Ly92wIHpSQ
— ANI (@ANI) October 29, 2020
मुलायम सिंह यादव के बाद अखिलेश की भी होगी बुरी गति
मायावती ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन के फैसले को गलत बताते हुए कहा कि 1995 गेस्ट हाउस कांड का मुकदमा वापस लेना गलती थी। चुनाव प्रचार के बजाय अखिलेश यादव मुकदमा वापस कराने में लगे थे, 2003 में मुलायम ने बसपा तोड़ी तो उनकी बुरी गति हुई, अब अखिलेश ने यह काम किया है, उनकी बुरी गति होगी। मायावती ने कहा कि सपा में परिवार के अंदर लड़ाई थी जिसकी वजह से गठबंधन कामयाब नहीं हुआ।
मायावती जिन सात बागी विधायकों पर ‘षड्यंत्र’ का आरोप लगाकर उनकी सदस्यता रद्द करने पर विचार कर रही हैं उनके नाम इस प्रकार हैं:
असलम राइनी ( भिनगा-श्रावस्ती)
असलम अली (ढोलाना-हापुड़)
मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-इलाहाबाद)
हाकिम लाल बिंद (हांडिया- प्रयागराज)
हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर)
सुषमा पटेल( मुंगरा बादशाहपुर)
वंदना सिंह -( सगड़ी-आजमगढ़)
प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया
मायावती के दिए गए इन बयानों के बाद प्रियंका गांधी ने भी मायावती पर तंज कसने में देरी नहीं की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘इसके बाद भी कुछ बाकी है?’
इसके बाद भी कुछ बाकी है? pic.twitter.com/WGNxMWq9gh
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 29, 2020