चार से पांच दिनों में 380 संबंधित मरीज मिले, स्वास्थ्य महकमा ने उठाया जरूरी कदम
पटनाः राजधानी व अन्य जिलों में जल जमाव के बाद हालत सुधर रहे हैं। लेकिन, अब यहां डेंगू ने पैर पसार लिया है। चार से पांच दिनों में 380 से ऊपर लोगों के खून के नमूने ये यह पॉजिटिव पाए गए हैं। डेंगू के कहर से सजग प्रशासन ने लोगों को सतर्क किया है। नगर निगम मच्छरों को खत्म करने के लिए लगातार फॉगिंग कर रही है। हालांकि, कई डेंगू प्रभावित इलाकों में लोगों ने इस दावे को खारिज किया है। वहीं, भागलपुर में डेंगू व सारण में डायरिया का कहर जारी है। यहां स्वास्थ्य महकमे ने जरूरी कदम उठाना शुरू कर दिया।
जानकारी के अनुसार गुरुवार को पटना में डेंगू के करीब 80 मरीज मिले थे। शुक्रवार को 171 तो शनिवार को 135 नए मरीज मिले। शनिवार को पीएमसीएच में 114 डेंगू के मरीज मिले, जिनमें 108 केवल पटना के थे।
इन जिलो में भी असर
अन्य मामले मुजफ्फरपुर, रोहतास, बक्सर, जहानाबाद व भोजपुर के थे। पटना के दूसरे बड़े अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एनएमसीएच) में भी डेंगू के 25 मरीज मिले। पूरे पटना के आंकड़ों को मिला दें तो पांच दिनों के दौरान यहां डेंगू मरीजों की संख्या 380 तक पहुंच गई है। बता दें कि मई से अभी तक पीएमसीएच में डेंगू के करीब 1200 मामले आ चुके हैं।
जिलाधिकारी ने दिया आदेश
जिलाधिकारी ने स्कूलों में बच्चों को पूरे शरीर को ढंकने वाली ड्रेस (फुल शर्ट व फुल पैंट) को लागू करने का आदेश स्कूल प्रशासन को दे दिया है। यह आदेश 14 अक्टूबर से प्रभावी हो जाएगा।
भागलपुरः चार बच्चों ने दम तोड़ा
बाढ़ पीड़ित इलाकों में शनिवार की देर रात सन्हौला प्रखंड के सिलहन गांव में तीन मासूम बच्चों की जबकि कहलगांव प्रखंड के बीरबन्ना गांव में एक बच्चे की मौत हो गई। यहां कई लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं, जिनका इलाज निजी क्लीनिकों में चल रहा है। सिलहन गांव के लोगों ने बताया कि वीरेंद्र दास के पुत्र सत्यम कुमार (3 वर्ष), ब्रह्मदेव तांती की बेटी शिवानी कुमारी (3 वर्ष) और रोहित तांती के पुत्र अर्जुन कुमार (4 वर्ष) की तबीयत रात 12 बजे बिगड़ने लगी। इलाज के दौरान इन तीनों ने दम तोड़ दिया। वहीं, अर्जुन कुमार ने कहलगांव अनुमंडल अस्पताल ले जाने के क्रम में दम तोड़ा।
सारणः डायरिया के प्रकोप को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
सारण जिले में बाढ़ और जलजमाव के बाद डायरिया के बढ़ रहे प्रकोप को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने मेडिकल टीम का गठन कर दिया है। मेडिकल टीम ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लाल बाजार मुसहर टोली में पहुंचकर डायरिया से पीड़ित बच्चों का इलाज किया। टीम द्वारा जरूरी दवाओं और ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट्स (ओआरएस) के पैकेट का वितरण भी किया गया। वहीं, मेडिकल टीम द्वारा उस इलाके में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया तथा डायरिया से बचाव को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलायी गयी।
बीमारियों का खतरा बढ़ा
जलजमाव के बाद अब बीमारियों का खतरा बढ़ गया है और इसके मद्देनजर अस्पताल में आवश्यक सभी दवाओं का स्टॉक रखा गया है। जरूरी दवाइयां पैरासिटामॉल, ओआरएस, ओंडेम, जिंक मौजूद है। जहां भी जमीन सूख रही है, उन इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर और चूने का छिड़काव किया जा रहा है।