जमशेदपुर : विभिन्न आदिवासी समुदाय के लोगों को अपने मुद्दे उठाने के लिए एक मंच प्रदान करने के मकसद से ‘झारखंड दिवस’ के मौके पर शुक्रवार शाम यहां छठे ‘जनजातीय संवाद सम्मेलन’ का उद्घाटन किया गया।
टाटा स्टील द्वारा आयोजित इस संवाद सम्मेलन की थीम ‘आदिवासियत आज’ है। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित यह सम्मेलन 19 नवंबर तक चलेगा। इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 23 राज्यों के अलावा 10 विभिन्न देशों से जनजातीय समुदाय के सदस्य आये हैं। जमशेदपुर के गोपाल मैदान में आयोजित संवाद सम्मेलन का शुभारंभ आदिवासी बहुल सिमडेगा जिले की 11 लड़कियों समेत 151 लोगों ने नगाड़े बजाकर किया। साथ में कार्यक्रम में विभिन्न जनजातीय समुदाय के कलाकारों ने अपनी कला, संस्कृति और गीत, संगीत व नृत्य की प्रस्तुति दी। टाटा स्टील के कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के प्रमुख सौरभ रॉय ने बताया कि इस सम्मेलन की खास बात यह है कि इसका उद्घाटन खुद आदिवासी समुदाय के लोग करते हैं। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील ने इस उद्देश्य से 2014 में आदिवासी या जनजातीय संवाद शुरू किया था कि ये अलग अलग आदिवासी समुदायों के लोगों को अपने मुद्दे उठाने के लिए एक मंच देगा। साथ में यह आदिवासियों की कला और संस्कृति को भी मजबूती प्रदान करेगा। टाटा स्टील में शहरी सेवा के प्रमुख जिरेम टोपनो ने बताया कि इस साल की थीम ‘आदिवासियत आज’ इसलिए रखी गयी है क्योंकि दुनिया अभूतपूर्व बदलाव के दौर से गुजर रही है, जिससे समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और इन समस्याओं का समाधान आदिवासी समुदाय के पास है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम से लोगों को आदिवासी समुदाय की संस्कृति, सभ्यता, उनकी भाषा, चिकित्सा पद्धति, व्यंजन सहित रहन-सहन व पहनावे से भी परिचित होने का मौका मिलेगा। इस कार्यक्रम में भगवान बिरसा मुंडा के अनुयायियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
जमशेदपुर में टाटा स्टील की ओर से छठे जनजातीय संवाद सम्मेलन का उद्घाटन
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