सीवान : आम तौर पर शादियों में लड़का पक्ष लड़की के घर बारात लेकर जाता है, लेकिन अगर कोई दुल्हन ब्याह करने अपने दुल्हे के घर जा पहुंचे तो आप क्या कहेंगे। जी हां, कुछ ऐसी ही शादी हुई है बिहार के सीवान में जहां एक दुल्हन अपने दूल्हे को लेने अपने ससुराल यानी दूल्हे के घर जा पहुंची। सीवान में हुई ये अनोखी शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। कोरोना काल को देखते हुए और लड़की पक्ष पर बोझ नहीं पड़े जिसको लेकर लड़का पक्ष वाले ने अपनी रजामंदी से दुल्हन पक्ष के लोगों को अपने घर बुलाकर इस शादी को पूर्ण किया।
कोरोना काल में हुई ये शादी पूरी सादगी के साथ हुई। मामला सीवान जिले के नौतन प्रखंड का है। नौतन प्रखण्ड के गंभीरपुर गांव में यह अनोखी शादी देखने को मिली। इस शादी की चर्चा गंभीरपुर गांव के साथ साथ कई गांव में होने लगी है। अमृत मांझी, पिता हरेराम माझी उर्फ जुड़ाई माझी मिर्जापुर थाना नौतन जिला सिवान के निवासी हैं जिन्होंने 15 जुलाई को ग्राम हिरमकरियार के निवासी किसान मांझी की पुत्री रमिता के साथ अपनी स्वेच्छा से शादी की और पूरे समाज के बीच रमिता को अपनी धर्मपत्नी स्वीकार किया।
दरअसल लड़का पक्ष वाले ये चाहते थे कि कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं हो साथ ही लड़की वाले पर कोई बोझ नहीं पड़े। ऐसे में उनने निर्णय लिया कि लड़की वाले ही हमारे घर आयें और यहीं शादी हो। हुआ भी ऐसा ही जब लड़की पक्ष के कुछ लोग लड़के के घर गए और वहां सादगी तरीके से शादी कर ली। कोरोना और महंगाई के युग में अमृत मांझी और रमिता कुमारी के अलावा इस शादी में लड़की के पिता भाई और गांव के एक दो व्यक्ति समेत लड़के के माता-पिता के साथ साथ गांव के कुछ लोग मौजूद थे। यह शादी नौतन प्रखंड के गंभीरपुर पंचायत के कुबेर मोड़ पर स्थित लड़के के घर से संपन्न हुई। हिंदू रीति रिवाज के अनुसार इस शादी में जयमाल, सिंदूरदान भी हुआ जिसके बाद लोगों के बीच मिठाइयां बांटी गईं।