केंद्रीय मंत्री चौबे ने समीक्षा बैठक की, 2020 तक कार्य पूरा करने का अल्टीमेटम दिया
नयी दिल्ली/रांचीः झारखंड में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को अगले साल 2020 तक काम पूरा करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही बिहार में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटलों के निर्माण कार्यों को जल्दी खत्म करने के लिए कहा गया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने सोमवार को यहां सम्बद्ध अधिकारियों और निर्माण एजेंसी के साथ समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया। बैठक में दोनों राज्यों के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि दोनों राज्यों पर्याप्त चिकित्सा सुविधा न होने के कारण मरीजों को दिल्ली के एम्स में इलाज करवाना पड़ता है। इसके मद्देनजर केन्द्र ने पटना में एक एम्स का निर्माण करवाया है और एक झारखंड के देवघर में प्रस्तावित है। बिहार की राजधानी होने के कारण पटना में सुपर स्पेशलिटी हॉस्टपिटलों की आवश्यकता है।
देवघर में शैक्षणिक सत्र की शुरुआत
पिछले माह देवघर में निर्माणाधीन एम्स के पहले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो गई। पहले सत्र में 50 सीटों के लिए नामांकन किया गया है। फिलहाल शैक्षणिक सत्र का संचालन देवघर के पंचायत प्रशिक्षण संस्थान में किया जा रहा है। शैक्षणिक सत्र की शुरुआत को इस क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
1103 करोड़ लागत
देवघर में लगभग 1103 करोड़ की लागत से एम्स का निर्माणकार्य प्रगति पर है। फिलहाल देवघर के पंचायत प्रशिक्षण संस्थान में क्लासेज और होस्टल का प्रबंध किया गया है।