
कीटनाशक
खेती में कुछ ऐसे कीटनाशकों का इस्तेमाल होता है जिन्हें एस्ट्रोजन की तरह प्रभाव देने वाला माना जाता है। इसका मतलब है कि ये आपकी फर्टिलिटी को कम कर सकते हैं। हालांकि, यूरोप और यूएस में हुए अधिकतर अध्ययनों में मॉडर्न कीटनाशकों का पुरुषों की फर्टिलिटी पर ज्यादा बुरा असर नहीं देखा गया है।
हैवी मेटल
कुछ प्रकार के भारी धातुओं के संपर्क में आने से फर्टिलिटी पॉवर कम हो सकती है। सीसा और कैडमिअम को स्पर्म की क्वालिटी पर असर डालने वाला पाया गया है। सीसा स्पर्म काउंट को कम करता है। मर्करी और मैंगनीज के प्रभाव को लेकर कम प्रमाण हैं लेकिन फिर भी यह फर्टिलिटी पर नेगेटिव असर डाल सकता है।
रेडिऐशन से खराब हो सकती है फर्टिलिटी
यह रेडिऐशन के टाइप पर निर्भर करता है। एक्स-रे और गामा किरणों को स्पर्म काउंट को कम करने वाला पाया गया है। हालांकि, अगर आप आइनाइजिंग रेडिऐशन में काम करते हैं तो आपको कम मात्रा की रेडिऐशन के संपर्क में आने के नियम का सख्ती से पालन करना चाहिए वरना आपकी बॉडी में स्पर्म का उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
क्या हैं बचाव के उपाय
अगर आप लंबे समय तक बैठे रहने की जॉब करते हैं तो बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें। कुछ मिनट की वॉक से अंडकोषों को ठंडा होने में मदद मिलती है।
आप ढीले कपड़े पहनें। अगर आप हानिकारक केमिकलों के बीच काम करते हैं, तो दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें।
अगर किसी खतरनाक केमिकल या हैवी मैटल के पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, तो घर आने के बाद जरूर नहाएं।