पेट स्वस्थ तो आप स्वस्थ, जानिए बीमारियों का पेट से क्या है संबंध

नई दिल्ली : पेट ठीक नहीं है तो यह कई बीमारियों का घर है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आप स्वास्थ रहना चाहती हैं तो आपको अपने पेट का पूरा ध्याकन रखना होगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपकी बॉडी में बहुत अधिक मात्रा में बैक्टीरिया होते हैं, जिनके बारे में आप नहीं जानते हैं और यह संख्या लगभग 2 ट्रिलियन तक होती है जो मानव सेल्सा नहीं हैं, बल्कि हमारी बॉडी में रहते हैं। हम आपको बता दें कि ये बैक्टीरिया डाइजेस्टिव ट्रेक्टज (और आपकी त्वचा पर) में रहते हैं, हालाँकि शरीर के लिए ये अच्छे होते हैं। पेट माइक्रोबायोम में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो डाइजेशन में हेल्पे करते हैं, इम्यूहन सिस्ट म को मजबूत करते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया से हमारी रक्षा करते हैं।
पेट के माइक्रोबायोम सूक्ष्मजीवों का मिनी-इकोसिस्ट म है। स्वास्थ को सही रखने के लिए पेट का ध्यान रखना जरूरी है।

पेट के कारण डिप्रेशन, चिंता, मूड और अन्य स्वास्थ समस्या
कई शोधों के मुताबिक पेट में गड़बड़ी के कारण स्वास्थ समस्या होती है। जब पेट से संबंधित कोई भी समस्याे जैसे सूजन, आंत्र में समस्याथ या इंफेक्शीन आदि होता है तो यह पेट के बाहर कई हेल्थय प्रॉब्लयम्सि को भी आकर्षित करता है। पेट में गड़बड़ी से चिंता, डिप्रेशन, मूड स्विंग और कई अन्यय प्रॉब्लयम्सि हो सकती है। यह संकेतों को ब्रेन तक भेजता है जो खराब मूड, डिप्रेशन, उदासी और मूड व्यॉवहार लाने के लिए जाना जाता है।

पेट स्वस्थ तो डाइजेशन भी अच्छा
पेट के माइक्रोबायोम अच्छे डाइजेशन के लिए जिम्मेदार होते है। अच्छे बैक्टीरिया के कारण डाइजेशन सिस्टेम मजबूत और अच्छेअ से काम करता है, जबकि खराब बैक्टीरिया चीनी और प्रसंस्कृत भोजन पर पनपते हैं, जबकि अच्छे बैक्टीरिया फाइबर पर पनपते हैं। इसलिए अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देने के लिए हाई फाइबर डाइट लेना डाइजेशन सिस्टाम को ठीक रखता है और हेल्दी़ बॉडी सिस्टतम को बनाए रखता है।

बीमार होने से रोकता है हेल्दी पेट
शरीर में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया होते हैं। अच्छे बैक्टीरिया या पेट हमें भोजन को बेहतर ढंग से पचाने, एक मजबूत इम्यूहन सिस्ट म का निर्माण करने, डाइजेशन को रेगुलेट और हेल्थर को बनाए रखते हैं। अच्छे बैक्टीरिया का विकास किया जाए तो का ध्यान रखा जाता है, तो शरीर की कार्यक्षमता में सुधार होता है।

बॉडी का दूसरा ब्रेन है पेट
पेट शरीर को कामकाज के लिए संकेत भेजता है। जब ज्यादा खाना या कम खाना होता है, तो ब्रेन को संकेत भेजकर आपको भूख के बारे में बताता है। इस तरह से बॉडी संकेतों पर प्रतिक्रिया करती है और जीवित रहने के लिए समायोजन करती है।

पेट के स्वास्थ के लिए अच्छी नींद जरूरी
नींद पूरी ना होना पेट को प्रभावित करता है, जो बदले में मानसिक और भावनात्मक स्थिरता को प्रभावित करता हैं। सही तरीके से नींद न लेने वाले लोगों के पेट में अच्छेी बैक्टीेरिया की कमी होती है जो बॉडी में इंसुलिन के लेवल को प्रभावित करता है और मोटापे और डायबिटीज से जुड़ा होता है। ब्रेन की तरह, पेट नींद-उत्प्रेरण न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन, डोपामाइन आदि को रिलीज करने के लिए जिम्मेदार है। पेट का ख्याल रखते हैं तो यह नींद के पैटर्न को रिस्टो र करने में हेल्प करता है और इससे संबंधित कई हेल्थ प्रॉब्ल म्सय को भी।

मानव माइक्रोबायोम एक अविश्वसनीय प्रणाली है जो हमारी हेल्थम का बहुत अच्छेो से समर्थन करती है। प्रोबायोटिक्स, फाइबर युक्त डाइट और एक हेल्दी लाइफस्टाीइल अच्छे बैक्टीरिया को पनपने में मदद करते हैं। अपने पेट की देखभाल अच्छे से करें अन्य समस्या भी ठीक हो जाएगी।

शेयर करें

मुख्य समाचार

भोलेनाथ की कृपा चाहिए तो सोमवार के दिन जरूर करें ये 6 काम

काेलकाता : हिंदू धर्म में हर दिन किसी ना किसी देवता की पूजा की जाती है। सोमवार का दिन शंकर भगवान को समर्पित होता है। आगे पढ़ें »

ममता ने नहीं मांगा रेलमंत्री का इस्तीफा, पर कहा सच सामने आना चाहिए

'दाल में है काला', मौत के आंकड़ा छुपाया जा रहा है अकेले बंगाल के ही 61 लोगों की मौत और 182 लोग हैं लापता यह समय झगड़ा आगे पढ़ें »

ऊपर