
चंदौली : उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के दीनदयाल नगर में तब सनसनी फैल गई जब एक पूरा परिवार आत्महत्या करने की नीयत से रेलवे ट्रैक पर लेट गया। सामने ट्रेन आ रही थी और परिवार के सभी 7 सदस्य ट्रैक पर पड़े थे। इसी दौरान एक आरपीएफ के जवान ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ट्रैक पर लेटे लोगों की जिंदगी बचा ली। चारों तरफ इस जवान के बहादुरी के किस्से कहे जा रहे हैं। विभाग में भी खूब तारीफ हो रही है। अधिकारियों ने जवान को सम्मानित करने के लिए उच्चाधिकारियों और रेलवे बोर्ड को सिफारिश भी भेजी है।
200 मीटर दौड़ कर बचाई जान
दरअसल, डीडीयू जंक्शन पर स्थित आरपीएफ थाने के जवान रवि रंजन सिंह रविवार 22 नवंबर की शाम रेलवे यार्ड में ड्यूटी दे रहे थे। उसी दौरान उन्होंने देखा कि रेलवे ट्रैक पर कुछ लोग लेटे हुए हैं और सामने से ट्रेन भी आ रही है। रवि रंजन सिंह को एहसास हुआ कि कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है। फिर क्या था, रवि रंजन सिंह ने उन लोगों की तरफ दौड़ लगा दी. तकरीबन 200 मीटर दौड़ कर रवि रंजन सिंह उन लोगों के पास पहुंचे और एक-एक करके सभी लोगों को रेलवे ट्रैक से बाहर की तरफ हटाया। रवि रंजन के अनुसार ट्रैक से इन लोगों को हटाने के कुछ ही सेकेंड बाद ट्रेन उस ट्रैक से गुजर गई।
आपसी विवाद के कारण उठाया कदम
ट्रैक पर लेटने वाले सात लोगों में पति-पत्नी और उनके 5 बच्चे शामिल थे जो बगल के गांव की झोपड़पट्टी के रहते थे। दंपत्ति से इस दर्दनाक कदम को उठाने का कारण पूछा गया तो उन लोगों ने बताया कि शराब पीने की बात को लेकर पति-पत्नी में झगड़ा हुआ था। उसके बाद पत्नी अपने बच्चों को लेकर रेलवे ट्रैक पर चली आई। पत्नी को अपने बच्चों सहित रेलवे ट्रैक पर जाते देख पति ने भी कहा कि अगर तुम लोग सुसाइड करोगे तो हम भी चलते हैं और हम भी तुम लोगों के साथ सुसाइड कर लेंगे। इसके बाद पति पत्नी अपने 5 बच्चों को लेकर रेलवे ट्रैक पर लेट गए थे।