
नई दिल्लीः कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में कुछ वैक्सीनों को हरी झंडी मिलने के बाद भारत सरकार भी टीकाकरण की तैयारी में जुट गई है। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि टीकाकरण को सुगम बनाने के लिए पूरे देश में 29000 कोल्ड चेन प्वाइंट्स, 240 वॉक इन कूलर, 70 वॉक इन फ्रीज, 45000 आइस-लाइन्ड रेफ्रिजरेटर, 41000 डीप फ्रीजर और 300 सोलर रेफ्रिजरेटर का उपयोग किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ये सभी उपकरण राज्य सरकार के पास पहुंच चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत में कोरोना वायरस के 15.55 करोड़ से अधिक नमूनों की अब तक जांच की गई, देश में संक्रमण दर गिरकर 6.37 फीसदी हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि भारत में वर्तमान में कोविड-19 के कारण मृत्यु दर 1.45 फीसदी है, जो दुनिया में सबसे कम है।
टीके के लिए क्लिनिकल परीक्षण को मंजूरी दी
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने इस हफ्ते भारत में एक टीके के लिए क्लिनिकल परीक्षण को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि जेनोआ कंपनी भारत सरकार की अनुसंधान एजेंसी डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी की मदद से एक वैक्सीन विकसित कर चुकी है।
हमारे देश का प्रदर्शन बेहतर
वीके पाउल ने कहा कि जो टेक्नोलॉजी फाइजर ने इस्तेमाल की है सेम वहीं तकनीकि इस वैक्सीन कंपनी ने भी इस्तेमाल की है। उन्होंने कहा कि फाइजर वैक्सीन या दूसरी या फिर यह वैक्सीन यदि उपयोग में आती हैं तो इन सभी को एक सामान्य फ्रीज में, सामान्य कोल्ड चेन के जरिए ही उपयोग में आएंगी। कोविड के मामलों, मौत की संख्या में आ रही कमी, एक देश के तौर पर लगता है कि हम अच्छा कर रहे हैं, हम जीवन बचा रहे हैं लेकिन इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता है। हमारी जनसंख्या के एक बड़े हिस्से पर अब भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा है।