सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : एमसीसीआई की ओर से गुरुवार को ‘21वीं सदी में उच्च शिक्षा-नई शिक्षा नीति 2020 के तहत संभावनाएं और चुनौतियां’ विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर पश्चिम बंगाल के उच्च एवं स्कूली शिक्षा के प्रमुख सचिव आईएएस बिनोद कुमार उपस्थित थे। साथ ही कार्यक्रम में एमसीसीआई के प्रसिडेंट अमित सरावगी, जेआईएस इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज एंड रिसर्च के निदेशक प्रो. डॉ. अजय कुमार रे, एडमास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. सुरंजन दास, जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. भास्कर गुप्ता और एमसीसीआई के शिक्षा संसद के को चेयरमैन आलोक शर्मा मौजूद थे। मौके पर आईएएस बिनोद कुमार ने पिछले 7 दशकों में उच्च शिक्षा में भारत की प्रभावशाली प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों की व्यक्तिगत योग्यता के आधार पर विषयों का चयन करने पर जोर दिया। उन्होंने आग्रह किया कि उद्योग और शैक्षणिक भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। प्रो. डॉ. अजय कुमार रे ने कहा कि छात्रों की तरह शिक्षक को भी नई तकनीकों के बारे में पता होना चाहिए। प्रो. डॉ. भास्कर गुप्ता ने समग्र विकास के लिए रोडमैप प्रदान करने के लिए न्यू एजुकेशन पॉलिसी की सराहना की।