लोकसभा में आज से 3 दिनों तक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो चुकी है। सदन में दोनों ओर से अविश्वास प्रस्ताव पर तीखी बहस जारी है। कांग्रेस सांसद ने सदन प्रस्ताव चर्चा के लिए लाया था जिसके बाद स्पीकर ने प्रस्ताव पर मंजूरी दी थी।
सदन में मंगलवार से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो चुकी है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने प्रस्ताव पर चर्चा शुरू की। उन्होंने कहा कि मैं प्रस्ताव पेश करता हूं कि यह सदन सरकार में अविश्वास व्यक्त करता है। मणिपुर के लिए न्याय को लेकर INDIA गठबंधन ने इस प्रस्ताव को लाया है। चर्चा के दौरान केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से उनकी बहस हो गई।
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुरू करने वाले थे। इसी कारण स्पीकर को पत्र भी दिया गया था तो राहुल गांधी क्यों नहीं बोल रहे हैं? इसके बाद गौरव गोगोई ने पीएम पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मौन व्रत तोड़ना चाहते हैं। पीएम के मौन व्रत को तोड़ने के लिए यह अविश्वास प्रस्ताव सदन में लाया गया।
‘BJP की डबल इंजन सरकार फेल हो गई’
मणिपुर के मुद्दे पर गौरव गोगोई ने आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर में अबतक 150 लोगों की जान चली गई। 60 हजार लोग राहत शिविर में हैं। 5 हजार लोगों के घरों को जलाकर नष्ट कर दिया गया। पीएम को यह मानना पड़ेगा कि डबल इंजन की सरकार मणिपुर में फेल हो गई है। जहां मुख्यमंत्री को राज्य में शांति, सद्भाव का माहौल बनाना चाहिए वहीं उन्होंने कई ऐसे कदम उठाए है जो समाज में तनाव फैला रहा है। बता दें कि लोकसभा में प्रस्ताव पर चर्चा का समय 12 घंटे से बढ़ाकर 16 घंटे किया जा चुका है। जो दो दिनों में पूरा किया जाएगा।
प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से चुन गए नेता
सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस पार्टी की ओर से राहुल गांधी, गौरव गोगोई, मनीष तिवारी, और अधीर रंजन चौधरी बोलेंगे। वहीं, TMC की ओर से काकोली सेन, सौगत रॉय प्रस्ताव पर बोलेंगे। NCP की ओर से सुप्रिया सुले और DMK के कनिमोई अपनी बात सदन में रखेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव पर BJP की ओर से चुने गए नेता
गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के ओर से से 15 नेता बोलेंगे। इनमें स्मृति ईरानी, रामकृपाल यादव, किरण रिजिजू, राज्यवर्धन राठौर, हीना गावित, निशिकांत दुबे, रमेश बिधूड़ी, विजय बघेल, लॉकेट चटर्जी, सुनीता दुग्गल, राजदीप रॉय, बांडी संजय शामिल हैं।