
लखनऊ : लखनऊ में एक व्यापारिक घराने के आवासों पर आयकर के छापे की कार्रवाई के दौरान 100 किलोग्राम सोना और 10 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति जब्त की गयी है। सोने का मूल्य लगभग 32 करोड़ रुपये आंका गया है। रस्तोगी एंड संस नामक कंपनी के लखनऊ में स्थित पांच ठिकानों पर आयकर विभाग ने मंगलवार की सुबह छापे की कार्रवाई शुरू की थी, जो गुरुवार तक जारी रही। विभाग ने कंपनी के मालिकान भाइयों कन्हैया लाल रस्तोगी और संजय रस्तोगी के मुंबई स्थित आवास पर भी छापा मारा।
आयकर उपायुक्त रवि मल्होत्रा के नेतृत्व में पुलिस के पर्याप्त बंदोबस्त के बीच अधिकारियों ने पुराने लखनऊ शहर में ज्यादातर छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया। कंपनी के लॉकर की जांच अभी बाकी है। चालीस से अधिक आयकर अधिकारियों द्वारा की जा रही यह कार्रवाई के गुरुवार को भी जारी रही। छापे के दौरान पता चला है कि कंपनी ने 60 करोड़ से ज्यादा रुपये बाजार में ब्याज पर दिये हैं, जबकि कई अचल संपत्तियां फर्जी नामों से खरीदी गयी हैं। सूत्रों ने बताया कि कंपनी के मालिकान गोदाम, ईंट भट्ठा, फाइनेंस, रियल स्टेट, प्रकाशन और आभूषण व्यवसाय में लिप्त हैं। छापे के दौरान बड़ी मात्रा में पुराने प्रतिबंधित नोट भी बरामद हुए हैं। कन्हैया लाल के आवास से आठ करोड़ आठ लाख रुपये नकद और 87 किलो सोना बरामद हुआ। कंपनी में पुत्रों उमंग और तरंग की भी हिस्सेदारी है। कन्हैयालाल के छोटे भाई संजय रस्तोगी के आवास से एक करोड़ 13 लाख रुपये की नकदी और 11.64 किलो सोने की बरामदगी हुई है। बरामद नकदी और सोने के बारे में रस्तोगी बंधु आयकर अधिकारियों के समक्ष कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके।