
राजस्थान विधानसभा चुनावों में पचास सीटों पर चुनाव लड़ेगी लोजद
जयपुर : राजस्थान प्रवास पर आये लोकतांत्रिक जनता दल के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि केन्द्र की मोदी नीत भाजपा सरकार को हराने के लिये विपक्षी दलों के महागठबंघन में कांग्रेस ‘ड्राइविंग सीट’ की भूमिका में रहेगी और शेष दल उसे सहयोग करेंगे। कांग्रेस का समूचे देश में प्रभाव है लेकिन क्षेत्रिय दल अपने-अपने क्षेत्रों में सिमटे हुए हैं, ऐसे में महागठबंधन में कांग्रेस ही मुख्य भूमिका में रहेगी। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगोडा के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री बनाने के सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन का मूल उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत भाजपा गठबंधन सरकार को सत्ता से हटाना है। उन्होंने केन्द्र की मोदी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार को हर मोर्चे पर असफल बताते हुए कहा कि देश के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिये इसे हटाना सभी विपक्षी दलों की प्राथमिकता होनी चाहिए और लोकतांत्रिक जनता दल इसके लिये सतत प्रयत्नशील रहेगा। यह पूछे जाने पर कि महागठबंधन का प्रधानमंत्री पद का दावेदार कौन होगा तो उन्होंने कहा कि देश में तीन बार कांग्रेस को हटाने के लिये भी गठबंधन बना था जिसमें किसी को भी प्रधानमंपत्री के रूप में घोषित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि 1977, 1989 और 1996 इसके उदाहरण है और कांग्रेस उस समय सबकी दुश्मन थी। उस गठबंधन में 1996 को छोड़कर भाजपा भी शामिल थी।
यादव ने कहा कि राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी पचास सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लोजद इन चुनावों में भाजपा को हराने के लिये अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेगी और वह कांग्रेस को सहयोग करेगी। कांग्रेस के सहयोग मांगने के सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के कुशासन को उखाड़ने और संविधान की रक्षा के लिये उनकी पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार के हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि इन चुनावों में राज्य की जनता उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री की गौरव यात्रा को अप्रासंगिक बताते हुए कहा कि भाजपा के शासन काल में गत साढे़ चार सालों में भ्रष्टाचार, दलित उत्पीड़न, महिला यौन शोषण, बेरोजगारी, किसान आत्म हत्या जैसी घटनाओं में लगातार बढोतरी हुई है। भाजपा के कुशासन के कारण राजस्थान ‘मॉब लिंचिंग’ जैसी घटनाओं का गढ़ बन गया है। राजस्थान के अलवर जिले में पहलू खां, रकबर कांड ऐसी प्रमुख घटनाएं हैं, जो इसका ज्वलंत उदाहरण हैं। गायों की रक्षा किसान और मजदूर ही करते रहे हैं लेकिन अब हिन्दू मस्लिम के नाम पर आम लोगों को लड़ाया जा रहा है।