भुवनेश्वर : ओडिशा के कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (कीस) की कामयाबी से उत्साहित उसके संस्थापक डॉ. अच्युत सामंत ने कहा है कि वह गरीबी और नक्सलवाद की सामाजिक बीमारियों से लड़ने के लिए बिहार तथा झारखंड में इसी तरह की परियोजनाएं शुरू करना चाहते हैं।
कीस शिक्षण संस्थान लगभग 30 हजार आदिवासी छात्रों को नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराता है। कंधमाल संसदीय क्षेत्र से बीजू जनता दल के सांसद डॉ. अच्युत सामंत ने अपने गृह राज्य में कहा कि आदिवासी बहुल इलाकों में जल्द ही दस ऐसे नए शिक्षण केंद्र सामने आएंगे। ‘कौन बनेगा करोड़पति’ की हॉट सीट पर नजर आने के एक दिन बाद डॉ. सामंत ने कहा कि उनके द्वारा स्थापित किये गये ऐसे संस्थानों की मदद से, गरीबी से लड़ने का रास्ता तय किया जा सकता है, क्योंकि ‘‘कई प्रतिभाशाली बच्चे अर्थाभाव के कारण अपनी शिक्षा पूरी करने में विफल रहते हैं।’ उन्होंने बताया कि यह संस्थान एक एनजीओ के साथ मिलकर कोलकाता के जोका इलाके में एक अकादमी स्थापित करने पर काम कर रहा है। प्रोफेसर डॉ. सामंत ने कहा कि झारखंड और बिहार में भी इसी तरह की परियोजनाएं शुरू किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
बिहार और झारखंड में ओडिशा के सांसद स्थापित करेंगे नि:शुल्क शिक्षण संस्थान
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