
देवघर : वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर के प्रसिद्ध श्रावणी मेले का उद्घाटन बुधवार को किया। समारोह स्थल दुम्मा में पिंकू महाराज की अगुवाई में विधि-विधान से मेले की शुरुआत हुई। इस अवसपर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ की कृपा से राज्य का समग्र विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभर से देवनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए झारखंड सरकार कृतसंकल्प है। किसी को कोई भी शिकायत हो तो वह सोशल मीडिया के जरिए दर्ज कराएं, उस पर शीघ्र कार्रवाई होगी। हम देवघर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का पर्यटन स्थल बनाने की तैयारी कर रहे हैं। इस दौरान रघुवर देवघर की पौराणिक महताओं को समेटते हुए श्रद्धालुओं के लिए लगाई गई शिवलोक प्रदर्शनी भी देखने गए। मुख्यमंत्री ने इस वर्ष प्रशासनिक स्तर पर मेले का मूल मंत्र स्वच्छता और विनम्रता बताया। मुख्यमंत्री दुम्मा प्रवेश द्वार पर झारखंड में कांवरियों की आगवानी भी करेंगे।
रोजाना एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की आने की संभावना :
वहीं सावन के पहले दिन से ही देवघर में भक्तों की खासी भीड़ देखी गई। बाबा वैद्यनाथ धाम में भगवान भोले नाथ के जलाभिषेक के लिए रात से ही कावंड़ियों की कतार लगी रही। साथ में भगवान शिव के मंदिर में कई फिल्मी गानों की धूम मची है। घर हो या मंदिर या कोई कांवड़ यात्रा में श्रद्धालु बॉलीवुड और भोजपुरी गाने खूब पंसद से बजा रहे है। दूसरी तरफ प्रशासन ने एक महीना तक चलने वाले श्रावणी मेले में रोजाना एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचने की संभावना जताई है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने कई तैयारियां की हैं। कोठिया में 1500 बेड वाले टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है। इसमें 300 टॉयलेट और 80 बाथरूम की व्यवस्था है। 10 बाथरूम पर एक हजार लीटर क्षमता वाले पानी का टंकी लगाया गया है। वाहनों की पार्किंग के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। ये सभी सुविधाएं नि:शुल्क हैं।
सुरक्षा के लिए 10 हजार जवान तैनात :
कोठिया से लेकर बाघमारा तक नया कांवड़िया पथ तैयार किया गया है। इसमें रेत बिछाया गया है। रात के लिए लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है। पूरे मेलाक्षेत्र को 32 थानाक्षेत्रों में विभाजित किया गया है। मेले में लगभग 10 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसमें जिला बल,जगुआर, एटीएस, रैफ और एनडीआरएफ के जवान शामिल हैं।
सीसीटीवी और ड्रोन से मेले पर रहेगी नजर :
पुलिसकर्मियों को हिदायत दी गयी है कि वे सभी के साथ अच्छा बर्ताव करेंगे। इस बार कांवड़ियों की वेश में जवान मंदिर परिसर और आसपास में तैनात रहेंगे। पूरे मेला क्षेत्र पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से नजर रखी जाएगी कांवरियों के लिए बड़ी संख्या में डॉक्टरों को भी लगाया गया है।