
पटना : गठबंधन सहयोगियों राजद और कांग्रेस के रुख से अलग नोटबंदी का समर्थन करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को केन्द्र से कहा कि वह 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के बेहतर परिणाम से जनता को अवगत कराये। जननायक कर्पूरी ठाकुर के जन्मदिन के अवसर पर अपनी पार्टी जदयू के अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि हमने (जदयू) ने सैद्धांतिक तौर केन्द्र के नोटबंदी के निर्णय का समर्थन और स्वागत किया था क्याेंकि हमें लगा था कि इसके पीछे इरादे नेक हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा, ‘यदि आप कालेधन पर प्रहार करना चाहते हैं, जाली नोट खत्म करना चाहते हैं, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना चाहते हैं तो नोटबंदी उस दिशा में एक बहुत मजबूत कदम है। इतने दिन बीत गये हैं, प्रधानमंत्री जी ने 50 दिन का समय मांगा था। आज 77 दिन बीत गये हैं। हम आग्रह करेंगे नोटबंदी के अच्छे परिणामों के बारे में देश की जनता को बताएं, लोग इंतजार कर रहे हैं।’ नीतीश ने जदयू की कोर कमेटी की सोमवार को संपन्न बैठक के बाद उक्त बातें कहीं। मीडिया में चर्चा थी कि बैठक में नोटबंदी के समर्थन के पुराने रुख पर कायम रहने तथा उसके खराब क्रियान्वयन पर सवाल उठाने को लेकर आम सहमति बनी है। उल्लेखनीय है कि केंद्र ने कालेधन के खिलाफ गत आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी और जदयू के साथ बिहार में सत्ता में शामिल लालू प्रसाद की पार्टी राजद और कांग्रेस के इसका विरोध किये जाने के बावजूद नीतीश ने इसका समर्थन किया था।