
कोलकाताः रॉयड नर्सिंग होम में अपने दांत को ठीक करवाने के लिए अंजना साहा पहुंची थीं। एनेस्थिया के बाद ही वह अस्वस्थ हो गई थीं। बाद में चिकित्सा के बाद भी उनकी जान नहीं बच पाई। मामले को लेकर परिजनों ने वेस्ट बंगाल क्लिनिकल इस्टेब्लिशमेंट रेग्युलेटरी कमिशन में शिकायत की थी। जस्टिस असीम कुमार बनर्जी ने कहा कि दरअसल यह नहीं पता चल सका कि इंजेक्शन या किसी अन्य कारण से वह अस्वस्थ हुई थीं। अस्वस्थ होने के बाद सिंरिंज व इंजेक्शन को संरक्षित रखना चाहिए था, हालांकि ऐसा नहीं किया गया। ऐसे में अस्पताल पर 1 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति का निर्देश दिया गया है। साथ ही