
परिजनों का आरोप, पुलिस की पिटायी से हुई युवक की मौत
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : गोल्फग्रीन में एक युवक की अस्वाभाविक मौत के मामले में पुलिस की ओर से गोल्फग्रीन थाना के तीन पुलिस कर्मियों को क्लोज किया गया है। परिजनों ने आरोप लगाया था कि पुलिस की पिटायी से ही युवक की मौत हुई है। सूत्रों के अनुसार क्लोज किए गए पुलिस कर्मियों में सार्जेंट अमिताभ तमांग, कांस्टेबल तैमूर अली और सिविक वालंटियर आफताब मंडल शामिल हैं। लालबाजार सूत्रों के अनुसार डीसी एसएसडी सूर्य प्रताप यादव के नेतृत्व में घटना की जांच की जा रही है। थाना के सीसीटीवी फुटेज को देखा जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार थाना के सीसीटीवी फुटेज में कुछ भी अस्वाभाविक अभी तक नहीं देखा गया है। मृत युवक की मेडिकल रिपोर्ट की भी जांच की जा रही है।
आखिर क्या घटी थी घटना
जानकारी के अनुसार गत 31 जुलाई को आजादगढ़ इलाके में दीपंकर साहा नामक युवक के घर पर दो लोग खुद को पुलिस कर्मी बताकर पहुंचे। परिजनों के अनुसार घर पर आए लोगों ने दीपंकर से कहा कि बड़ा बाबू बुला रहे हैं। इसके बाद दीपंकर को उक्त दोनों लोग थाने में ले गए। थाने से उस दिन रात को घायल अवस्था में दीपंकर वापस घर लौटा। परिजनों का आरोप है कि दीपंकर ने वापस लौटकर कहा कि पुलिस उसे कुछ दूर तक छोड़ कर गयी है। इसके बाद वह खुद ही घर लौटा है। दीपंकर ने मां को बताया कि पुलिस कर्मियों ने उसकी पिटायी की है। परिजनों के अनुसार उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। परिजनों के अनुसार रात को दीपंकर को बुखार आ गया। गत 2 अगस्त को उसे इलाज के लिए शिशु मंगल अस्पताल ले जाया गया। वहां से इलाज के बाद दीपंकर को वापस घर लाया गया। इसके बाद 4 अगस्त को दीपंकर की तबीयत खराब हो गयी। उसे एमआर बांगुर अस्पताल ले जाया गया। वहां पर इलाज के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि उसकी मौत हो गयी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस के अत्याचार के कारण ही दीपंकर की मौत हुई है। इसके बाद परिजनों ने गोल्फग्रीन थाने में शिकायत दर्ज करायी। पुलिस ने परिजनों को बताया कि तीन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। पुलिस सूत्रोंके अनुसार प्राथमिक जांच में पता चला है कि सार्जेंट के कहने पर कांस्टेबल और सिविक वालंटियर उस दिन दीपंकर साहा को बुलाकर थाने में ले आए थे।