- दो हफ्ते में आये हैरान करने वाले आंकड़े
- लोगों में न घबराहट दिख रही, न सतर्कता, नियमों को दिखा रहे ठेंगा
- सख्त हुई सरकार, प्रशासन को दिए गये निर्देश
सोनू ओझा
कोलकाता : घबराने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार से लेकर डाक्टर, यहां तक कि विशेषज्ञों की तरफ से कोरोना को लेकर यही हिदायत दी जा रही है। ऐसा नहीं है कि लोगों को पहले सतर्क नहीं किया गया था कि जनवरी तक कोरोना की तीसरी लहर संभवत: आ धमकेगी। लोगों को इसके लिए सतर्कता बरतने को कहा गया था मगर लोगों ने नियमों को ही ठेंगा दिखाते हुए बेपरवाही की हदें पार कर दीं। न चेहरे पर मास्क, न दो गज की दूरी, इस लापरवाही का ही नतीजा है कि आज कोलकाता में कोरोना दोगुनी रफ्तार से पैर पसार रहा है वह भी डराने वाले आंकड़ों के साथ। पिछले दो हफ्तों के आंकड़ों को देखते हुए राज्य सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गयी है। सरकार से लेकर कोलकाता नगर निगम में बैठकों का दौर चल रहा है।
सरकार का निर्देश, कोविड के लिए तैयार रहें
नवान्न के अधिकारी ने बताया कि सरकार की तरफ से जिला प्रशासन को अलर्ट करने को कह दिया गया है। सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में भी दोबारा से कोविड की व्यवस्था करने का निर्देश है। जिलास्तर में भी ऐसी ही व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए डीएम को कहा गया है। सूत्रों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर सेफ होम तक बनाने को कहा गया है।
कोलकाता के लिए केएमसी की व्यवस्था
इधर कोलकाता में जिस तरह मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, उसे गंभीरता से देखते हुए कंटेनमेंट जोन चिह्नित किया गया है। बताया जा रहा है कि 5 से अधिक कोविड के मामले जहां पाये जा रहे हैं वहां कंटेनमेंट प्वांइट बनाने का निर्देश दिया गया है। इसी आधार पर फिलहाल 17 जगहों पर ऐसे प्वाइंट बनाए जाएंगे।
लोगों की लापरवाही ऐसी कि पुलिस की छावनी भी फीकी पड़ी
नये साल का जश्न मनाने में लोग इस कदर डूबे रहे कि बेपरवाही पर लगाम कसने के लिए तैनात पुलिस की छावनी भी अपना असर न छोड़ पायी। लोगों के चेहरे पर मास्क की जगह हाथों में मोबाइल फोन दिखता नजर आया।
तैयार किए जा रहे बेड, स्टाफ
पश्चिम बंगाल में पिछले दो दिनों में 100 फीसदी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। सिर्फ कोलकाता में 1000 ज्यादा मामले कल आये। आज राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों को अगले 7 दिन के भीतर तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया है। अस्पतालों में 30% बेड कोविड के लिए रखने का निर्देश है। स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग देने का निर्देश भी दिया गया है।
दो हफ्ते पहले कोलकाता में था 163 मामला, आज आंकड़ा 1000 पार
कोलकाता में कोरोना के मामलों की बात करें तो दो हफ्ते में यहां कोविड में बेतरतीब तरीके से इजाफा हुआ है। 18 दिसंबर को जहां कोलकाता में कोरोना का आंकड़ा महज 163 था, वह 30 दिसंबर को 1000 पार पर आकर रुका। विशेषज्ञों की माने तो इस कदर बढ़ रहे मामलों की रफ्तार अगर ऐसी ही रही तो तीसरी लहर कितनी खतरनाक होगी इसका अंदाजा लगाना भी कल्पना के परे है।