* रिस्क लेकर बेचा-खरीदा जा रहा है प्लास्टिक कैरी बैग* प्लास्टिक की थैलियों में दुकानदार थमा रहे सामान
* बैन प्लास्टिक आईटम पर लोगों ने कहा, पुलिस मना नहीं कर रही तो क्याें न करें इस्तेमाल
* 465 किलाें बैन प्लास्टिक सीज हुई, 2,81,300 रुपया जुर्माना वसूला गया
* बंगाल में प्लास्टिक बैन पर कहां क्या हुई कार्रवाई केंद्र को रिपोर्ट भेजेगा राज्य
सोनू ओझा
कोलकाता : सिंगल यूज प्लास्टिक अब इस्तेमाल नहीं होगा। कहने को तो सरकारी फरमान आ चुका है बावजूद इसके आज की तारीख तक लोग धड़ल्ले से इस सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे है। फिर वह दुकानों में प्लास्टिक बैग की थोक बिक्री हो या दुकानों में सामान देने और ग्राहकों द्वारा सामान लेने की बात हो हर कोई सुविधानुसार सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल कर ही रहा है। बेचने वाले से लेकर खरीदने वाला तक यह कहता फिर रहा है कि जिंदगी रिस्क पर चलती है तो ये प्लास्टिक क्या बला है। जब कार्रवाई होगी तब देखा जाएगा अभी बिना डरे इस्तेमाल कीजिए। कुल मिलाकर सिंगल यूज प्लास्टिक पर पाबंदी कोलकाता में बेअसर दिख रही है। दूसरी तरफ सरकार काम तो कर रही है मगर कितनी सजगता के साथ वह बाजारों का हाल ही बयां कर रही है। लोगों में पुलिस का खौफ कम अपनी कमाई की चिंता अधिक दिख रही है।
लोगों ने कहा, रिस्क है मगर उठा रहे है
कोलकाता में कई दुकानें है जहां थोक में सिंगल यूज प्लास्टिक बेचा जाता है, वहां जाने पर जब पूछा गया कि बैन पलास्टिक क्यों बेच रहे है तो उन्होंने साफ कहा कुछ किया नहीं जा सकता है। रिस्क है जो उठा रहे है आप भी खरीद कर ये रिस्क उठाइये। जब पुलिस आयेगी तब देखा जाएगा। वहीं जूसवाला आराम से बैन प्लास्टिक ग्लास में जूस सर्व कर रहा है ये कहते हुए कि किसी को आपत्ति नहीं तो हम आपत्ति क्यों करें। पुलिस जब मना करेगी तब हम भी रूक जाएंगे।
पीसीबी ने कहा, हम लगातार एक्शन ले रहे है
पीसीबी की ओर से अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे मामले में स्थानीय निकाय पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है। पीसीबी में कंट्रोल रूम है जहां शिकायतें आ रही है जिसके आधार पर एक्शन किया जा रहा है।
केंद्र के पास जाएगी ये रिपोर्ट
* जुर्माना वसूला गया : 2,81,300
* राज्यभर में इंस्पेक्शन टीम की संख्या : 81
* इंस्पेक्शन की गयी जगहों की संख्या : 14,7,10
* उलंघन करने वाले मामलों की संख्या : 2304
* काटे गये चालानों की संख्या : 6067
* बैन प्लास्टिक जब्त हुआ : 465 केजी
(आंकड़े 1 जुलाई से 6 जुलाई तक के है)
प्लास्टिक फैक्टरियों को पंजीकृत कराने की नोटिस
राज्य सरकार ने प्लास्टिक तैयार करने वाली फैक्टरियों को पंजीकृत कराने की नोटिस जारी की है। अधिकारी ने बताया कि इक फैक्टरीवालों को 75 एसएम से नीचे प्लास्टिक तैयार करने पर मनाही की गयी है मगर उसके ऊपर प्लास्टिक पर फिलहाल रोक नहीं है इसलिए अगर वह सरकारी पंजीकृत होती है तो लाइसेंस के साथ भविष्य में काम कर पाएंगी।
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