बंगाल के ‘बाहुबली’ राजनीतिज्ञ जो कभी भी मंत्री नहीं बने लेकिन दबदबा ऐसा कि पूछिये मत
सीआरपीएफ के 100 जवानों ने इलाके को पहले से ही घेर रखा था
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सीबीआई द्वारा अचानक छापामारी और गिरफ्तारी के बाद दोनों हाथ पकड़कर सीबीआई की गाड़ी में बैठाने वाला सीन अणुव्रत मंडल के समर्थकों के लिए काफी गमगीन करने वाला था। इस दौरान अणुव्रत उर्फ केष्टो दा को इतना अधिक कष्ट हो रहा था कि उनकी आंखों से आंसू टपक रहे थे। अपने इलाके का किंग होने के बावजूद एक अपराधी की तरह जब उन्हें सीबीआई के अधिकारी गाड़ी में जल्दी-जल्दी जबरदस्ती बैठा रहे थे तो उस वक्त उनका उतरा हुआ चेहरा यह बता रहा था कि अब वे नहीं बच पाएंगे। सीबीआई की टीम कार्रवाई करे इससे पहले ही सीआरपीएफ के लगभग 100 से अधिक जवानों ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया था ताकि उनके समर्थक या उनके बॉडीगार्ड कोई उपद्रव न मचा सके। उनका स्टेटस इलाके में बालुबली का था। कभी किसी ने उनके चेहरे पर कोई शिकन नहीं देखी थी और गुरुवार के दिन साफ तौर पर उनके चेहरे पर सभी ने उस भय को देखा था जिससे बचने के लिए वे लगातार डॉक्टरों का प्रिस्क्रिप्शन सीबीआई को भेजते थे। साथ ही लगभग 17 दिनों तक सीबीआई कार्रवाई से बचने के लिए वे एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती भी थे। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व तृणमूल के भरोसेमंद माने जाने वाले अणुव्रत मंडल की बृहस्पतिवार को कथित मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तारी से उनके तीन दशक लंबे राजनीतिक करियर पर खतरा मंडराने लगा है। उनके इलाके के बारे में कहा जाता है कि किसी मंत्री का उतना दबदबा नहीं था जितना की तृणमूल जिलाध्यक्ष अपने इलाके में रखते थे। अब स्थिति किस ओर करवट लेगी यह कोई नहीं जानता लेकिन बीरभूम के लोगों के लिए उनके केष्टो दा का गिरफ्तार होना एक बड़ा झटका है।
छलक गये केष्टो के आंखों से आंसू
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