
कोलकाता : उत्तर कोलकाता तथा उत्तर 24 परगना व साल्टलेक को जोड़ने वाली बेहद महत्वपूर्ण कड़ी टाला ब्रिज का काम अगले महीने से शुरू होने जा रहा है। नया टाला ब्रिज कैसा होगा इसका प्राथमिक मॉडल गुरुवार को सामने आया। इस दिन कोलकाता म्यूनिसिपल कार्पोरेशन (केएमसी) में इस मॉडल का एक स्वरूप लाया गया जहां सिवरेज तथा पानी की पाइपलाइन पर चर्चा हुई।
प्राथमिक मॉडल तैयार किया गया
सूत्र बताते हैं कि नया टाला ब्रिज निवेदिता सेतु की तरह हो सकता है। उल्लेखनीय है कि यह हुगली नदी पर निर्मित एक केबल-युक्त सेतु है,जो उत्तर हावड़ा के बाली क्षेत्र को बैरकपुर नगर के दक्षिणेश्वर क्षेत्र से जोड़ता है। इसका प्राथमिक मॉडल तैयार किया गया है। अत्याधुनिक मॉडल के अनुसार पिलरों पर ब्रिज होगा। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही रेल तथा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी टाला ब्रिज का परिदर्शन करेंगे।
दिसंबर महीने से तोड़ा जाएगा टाला ब्रिज
बता दें कि दिसंबर महीने से पुराने टाला ब्रिज को तोड़ने का काम शुरू किया जाएगा। इस संबंध में रेलवे को भी चिट्ठी दी गयी है। सूत्रों के मुताबिक रेल को दी गयी चिट्ठी में कहा गया है रेल लाइन के ऊपर ब्रिज के जो हिस्से हैं वहां 9 स्पेन है। उस हिस्से को तोड़ने की जिम्मेदारी रेल को लेनी होगी।
कमीश्नर ने की विभागीय अधिकारियों से चर्चा
टाला ब्रिज के निर्माण का कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। गुरूवार को टाला ब्रिज का नक्शा कोलकाता नगर निगम में आया। उस नक्शे के आधार पर निगम ने एक प्राथमिक मॉडल तैयार किया है। उस प्राथमिक मॉडल के जरिये स्वेरेज तथा पानी की पाइपलाइन को कैसे लाया जाएगा इन पर म्युनिसिपल कमीश्नर खलील अहमद के साथ विभागीय अधिकारियों ने चर्चा भी की।
हो सकती है जलापूर्ति सेवा प्रभावित
विभागीय सुत्रों ने बताया कि अगर टाला ब्रिज का निर्माण कार्य शुरु होता है तो उत्तर, दक्षिण व मध्य कोलकाता के विभिन्न इलाकों में जलापूर्ति सेवा प्रभावित हो सकती है। टाला ब्रिज के पास से ही टाला टैंक के 6 वाटर पाइप लाइन गुजरे हैं और ब्रिज के निर्माण कार्य के दौरान हो सकता है कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो। हलांकि निगम की ओर से वाटर पाइप की सुरक्षा के लिये सेफ पाइलिंग का इस्तेमाल करने की योजना तैयार की गई है। ताकि महानगर के विभिन्न इलाकों में जलापूर्ति की समस्या ना हो। टाला टैंक के वाटर पाइप लाइन की सुरक्षा पर विशेष निगरानी भी रखी जाएगी।