
श्रीरामपुर नोतून सांसोद चाई के पोस्ट को लेकर चर्चा तेज
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : तृणमूल के कुछ नेताओं में चल रही खींचतान के बीच आखिरकार पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी को सामने आना पड़ा। इससे पहले पार्थ चटर्जी ने पार्टी नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने से सतर्क किया था, लेकिन इसका कोई अधिक लाभ नहीं हुआ। इसके बाद भी पार्टी के कुछ स्थानीय व बड़े नेता सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ कीचड़ उछालते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में पार्थ चटर्जी ने शनिवार की शाम संवाददाता सम्मेलन करते हुए ऐसे नेताओं को सतर्क किया। उन्होंने कहा, ‘कार्यकर्ताओं-नेताओं के खिलाफ जिस प्रकार पब्लिक फोरम में एक के बाद एक बयान दिये जा रहे हैं, उससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। किसी की कोई बात या शिकायत रहने पर पार्टी के अंदर कहें।’
यहां उल्लेखनीय है कि अभिषेक बनर्जी के ‘व्यक्तिगत मत’ को लेकर पार्टी के 2 नेताओं के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग शुरू हाेने के बाद उस विवाद में एक सांसद ने घी डालने का काम किया। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इसके बाद ही कोलकाता से फोन कर सांसद को सतर्क किया गया था। पार्टी महासचिव ने भी ऐसे नेताओं से अलग बात की। इसके बावजूद तृणमूल के एकाधिक युवा नेताओं ने सोशल मीडिया पर श्रीरामपुर के सांसद के खिलाफ पोस्ट किया। अपने पोस्ट में इन नेताओं ने लिखा, ‘श्रीरामपुर नोतून सांसोद चाई (श्रीरामपुर में नया सांसद चाहिये)।’ इसके बाद पार्थ चटर्जी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘महासचिव के तौर पर मैंने सबसे बात की है। इसके बाद भी कुछ नेता बयानबाजी किये जा रहे हैं। अनुशासन रक्षा कमेटी की ओर से सबको अनुरोध किया जा रहा है कि सभी बयान व टिप्पणियां अभी बंद करें। आज ही अनुशासन रक्षा कमेटी की बैठक में था, निर्देश का पालन नहीं करने पर सख्त कदम उठाये जाएंगे।’