
कोलकाता : विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार विमल गुरुंग के खिलाफ 70 मामले वापस ले सकती है। नवान्न सूत्रों की माने तो कुछ ऐसी ही तैयारी की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि राज्य के कानून विभाग की ओर से दार्जिलिंग के एसपी को निर्देशिका भेजी गयी है। इसमें उल्लेख किया गया है कि विमल गुरुंग के खिलाफ भानु भवन, कलिम्पोंग, कर्सियांग समेत विभिन्न जगहों में सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला लंबित है, साथ ही कई गैरकानूनी गतिविधि निरोधी अधिनियम (यूएपीए) के तहत भी मामले दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार राज्य सरकार गुरुंग के खिलाफ हत्या और देशद्रोह का मुकदमा वापस नहीं लेगी बाकी 70 मामलों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जाए। मालूम हो कि करीब 3 सालों तक अज्ञातवास में रहने के बाद अक्टूबर महीने में विमल गुरुंग सबके सामने आये थे। उस वक्त भी उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ने की बात कही थी तथा ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जतायी थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन देने की बात कही। उसके बाद से कोलकाता से लेकर दार्जिलिंग तक आवाजाही कर रहे हैं। इधर रोशन गिरि ने इस बारे में कहा कि राज्य सरकार ने क्या आदेश दिया है, इसकी जानकारी अब तक नहीं है।